प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव युगांतर-सत् से कल तक की थीम पर आयोजित किया

शि.वा.ब्यूरो, आगरा। प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में आज विद्यालय का वार्षिकोत्सव धूमधाम तथा हर्षोल्लास के मनाया गया। वार्षिकोत्सव की थीम युगांतर-सत् से कल तक के अंतर्गत स्कूली बच्चों ने मनमोहक, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में नर्सरी से कक्षा बारह तक के छात्रों की शत-प्रतिशत भागीदारी रही। वार्षिकोत्सव के मुख्य अतिथि पद्म भूषण तथा पद्म श्री से सम्मानित डॉ. अनिल प्रकाश जोशी रहे।

प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक डाॅ.सुशील गुप्ता ने मुख्य अतिथि का परिचय देते हुए बताया कि पर्वत पुरुष के नाम से विख्यात डॉ.अनिल प्रकाश जोशी कोटद्वार के पर्यावरणविद्, हरित कार्यकर्ता, स्वैच्छिक संगठन हिमालयन पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण के संस्थापक हैं, जिन्हें 2006 में भारत के चैथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री, सामाजिक कार्य के क्षेत्र में 2020 में पद्म भूषण पुरस्कार और सामाजिक न्याय के लिए 2021 में मदर टेरेसा मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ.अनिल प्रकाश जोशी ने कहा कि शुद्ध हवा, पानी, भोजन सभी की मूलभूत आवश्यकताएँ हैं, मगर ये सभी चीजें आसानी से प्राप्त नहीं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी और इकोनोमिक ग्रोथ के बीच संतुलन बनाना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक संसाधनों की कमी और जैव विविधता की हानि जैसी वैश्विक चुनौतियाँ हमारे सामने हैं। उन्होंने इससे निपटने की बारीकियों से भी अवगत कराया।

डॉ.अनिल प्रकाश जोशी नेे विद्यालय को शिक्षा का पावन मंदिर बताते हुए कहा कि विद्यालय ही एकमात्र वह स्थल है, जहाँ संस्कार और संस्कृति की शिक्षा छात्र प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि हमें संस्कृति से सदा जुड़े रहना चाहिए क्योंकि संस्कृति स्थिर रहती है तथा सभ्यता परिवर्तनशील है। उन्होंने कहा कि प्रकृति को संरक्षित रखने के लिए हम सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन भली प्रकार से करके उसका सम्मान करना चाहिए।

वार्षिकोत्सव की थीम युगांतर-सत् से कल तक के तहत छात्र-छात्राओं द्वारा  मनोरम सांस्कृतिक  प्रस्तुतियों के माध्यम से  बड़े ही रोचक ढंग से सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग तथा कलयुग की जीवंत झलकियाँ  प्रस्तुत की गईं। इस दौरान शिव शक्ति नृत्य नाटिका के माध्यम से नव रसों का मनमोहक चित्रण, राजा हरिश्चंद्र की कथा के द्वारा सत्यनिष्ठ होने तथा श्रवण कुमार के द्वारा मातृ -पितृ सेवा करने का संदेश दिया गया। इसके साथ ही राम और कृष्ण की जीवन गाथा और उससे जुड़ी कथाओं को भी मनमोहक नृत्य नाटिका के द्वारा प्रस्तुत किया गया। कलयुग में विकास के साथ-साथ, उससे पैदा होने वाली बुराइयों को दर्शाया गया और कलयुग मंथन के द्वारा उन बुराइयों को दूर करके प्रकृति एवं पर्यावरण को बचाने का संदेश  दिया गया। 

कार्यक्रम का संचालन करते हुए आरिका, अर्णव, गौरी, कर्णिका, सुहाना, श्रेया, अलाइना, एना शिवांशी, हेमंत, द्रविण, सुकृति, इशिता, गौरांगी, आनंदिता, श्रुति, श्रव्या, जसनूर, पिया एवं इशांत ने संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि डॉ. अनिल प्रकाश जोशी सहित डॉ. सुशील गुप्ता, सुनीता गुप्ता, शलब गुप्ता आदि  विद्यालय के निदेशकों, प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव तथा सभी अतिथियों का अभिनंदन किया। 

कक्षा दो से  ग्यारह तक के विद्यार्थियों के द्वारा प्रवाहपूर्ण, ओजमय तथा जोशपूर्ण संचालन सभी के आकर्षण का केंद्र रहा। इससे पूर्व अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ  किया गया। विद्यार्थियों ने स्वागत गीत के द्वारा सभी का अभिनंदन किया। छात्रों ने सत्र 2023- 24 की विद्यालय की वार्षिक आख्या प्रस्तुत करके शैक्षणिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक तथा क्रीड़ा क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों से अवगत कराया। प्री प्राइमरी के नन्हे-मुन्ने विद्यार्थियों द्वारा  चारों युगों की मधुर मनमोहक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी गई, जिसे सभी दर्शकों ने बहुत सराहा। युगांतर सत् से कल तक थीम पर आधारित झलकियों के माध्यम से क्रोध,लोभ, मोह, ईष्र्या, द्वेष, अंधकार एवं अज्ञान के  प्रति लोगों को आगाह करके मानवीय नैतिक मूल्यों -सत्य, अहिंसा, धर्म, दया, प्रेम को अपनाने का संदेश दिया गया।  

इस अवसर पर सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बारहवीं कक्षा के उमंग शर्मा को इतिहास तथा मनोविज्ञान में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त हेतु, नवकार जैन और शशांक सिंह को रसायन विज्ञान में 100 प्रतिशत अंक  प्राप्त करने हेतु, राधिका गुप्ता को अर्थशास्त्र, व्यवसाय अध्ययन, सूचना प्रणालियों का अध्ययन में द्वितीय शीर्षस्थ स्थान प्राप्त करने हेतु पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कक्षा दस की वरादा शर्मा को अंग्रेजी विषय में 100 प्रतिशत अंक प्राप्त करने हेतु, शौर्य गुप्ता को सामाजिक विज्ञान में 100 प्रतिशत  अंक प्राप्त करने हेतु पुरस्कृत किया गया।

संस्था के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता ने सभी को वार्षिकोत्सव की शुभकामनाएँ दीं तथा सभी के लिए जीवन पथ पर बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने सभी को प्रकृति के संरक्षण में अपना अमूल्य योगदान देने के लिए प्रेरित किया। उपस्थित सभी लोगों ने मुक्त कंठ से कार्यक्रम की भूरि- भूरि सराहना की गई। वार्षिकोत्सव का समापन फिनाले गीत के साथ समापन किया गया। कार्यक्रम में सभी शिक्षकों का सराहनीय योगदान रहा।


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