शि.वा.ब्यूरो, अहमदाबाद। भारतीय डाक विभाग द्वारा उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के सभी डाकघरों और प्रशासनिक कार्यालयों में संविधान दिवस' मनाया गया। क्षेत्रीय कार्यालय में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने संविधान अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ, संविधान की उद्देशिका का पाठ और वाचन किया, जिसे सभी ने दोहराते हुए संविधान में निहित मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की।
इस अवसर पर पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान ही नहीं, विश्व के लोकतान्त्रिक इतिहास का अद्वितीय दस्तावेज है। हमारे संविधान का प्रत्येक अनुच्छेद हर नागरिक के अधिकारों की गारंटी है और कर्तव्य का पवित्र स्मरण है। श्री यादव ने कहा कि हमारा संविधान समानता के अधिकार और लोकतांत्रिक दृष्टिकोण के साथ प्रगति व समृद्धि का रास्ता दिखाता है। संविधान में निहित भावना को अंगीकार करके ही हम लोगों का कल्याण कर सकते हैं। हमारा संविधान ही हमारा संकल्प है।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि संविधान सभा में 26 नवंबर 1949 को भारत के संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया था। संविधान सभा ने 2 साल 11 माह और 17 दिन की कड़ी मेहनत के बाद संविधान को तैयार किया था। इसको अंगीकृत किये जाने के समय, संविधान में 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं और इसमें लगभग 145,000 शब्द थे, जिससे यह अब तक का अंगीकृत किया जाने वाला सबसे लंबा राष्ट्रीय संविधान बन गया। कालांतर में सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय ने 19 नवंबर 2015 को एक अधिसूचना में 26 नवंबर को हर साल ‘संविधान दिवस’ के तौर पर मनाने की बात कही।
इस अवसर पर प्रवर डाक अधीक्षक अहमदाबाद और गांधीनगर पीयूष रजक, वरिष्ठ अधीक्षक रेलवे मेल सर्विस गोविंद शर्मा, आईपीपीबी क्षेत्रीय प्रबंधक कपिल मंत्री, सहायक निदेशक एम. एम. शेख, रितुल गांधी, डाक उपाधीक्षक अहमदाबाद वी एम व्हॉरा, डाक उपाधीक्षक गांधीनगर मंजुला बेन पटेल, डाक अधीक्षक एस आई मंसूरी, एस के वर्मा, एच सी परमार, लेखाधिकारी पंकज स्नेही सहित उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के तमाम अधिकारियों-कर्मचारियों ने संविधान दिवस पर शपथ ली।