अंजनी, बरपेटा रोड (असम)। धार्मिक नगरी बरपेटा रोड में गौसेवक तथा गीताभक्त मंगतुराम गौरीसरीया एंव उनके परिवार द्वारा सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन श्री राधा कृष्ण ठाकुरबाड़ी मैं वैदिक रिती रिवाज एवं हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। 12 दिसंबर गुरुवार से 18 दिसंबर बुधवार तक ब्रह्मलीन स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज के अनुयाई श्रीधाम वृंदावन से पधारे संत शिरोमणि उदित जी महाराज ने व्यासपीठ पर विराजमान होकर अपनी सुमधुर वाणी से कथा का रसपान कराया ।
कथा का प्रारंभ भव्य कलश शोभा यात्रा एवं गायन बायन के साथ किया गया। तत्पश्चात रोजाना दोपहर 2:00 बजे से सायं 7:00 बजे तक महाराज श्री द्वारा कथा का वाचन किया गया । इस मणिकांचन संयोग का साक्षी बरपेटा रोड का धर्म प्रेमी समाज बना । प्रत्येक दिवस प्रातः 5:00 बजे से प्रार्थना एवं 6:00 बजे से विभिन्न मागों से भगवत नाम संकीर्तन करते हुए प्रभात फेरी निकाली गई, जिसमें बरपेटा रोड वासियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया एवं अखंड आनंद का अनुभव किया । प्रभात फेरी के साथ महाराज श्री का आगमन श्रीकृष्ण गौशाला प्रांगण में भी हुआ । महाराज श्री ने कथा में भागवत के विभिन्न सार का वर्णन किया जो कि वर्तमान के संसारिक जीवन में बहुत ही अनुकरणीय है ।
महाराज श्री द्वारा गीता क्लास का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में समाजबंधुओं एंव विद्यार्थियों की प्रतिभागीता दर्ज की गयी तथा शनिवार को महाराज श्री द्वारा सामूहिक संगीतमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया । कथा का विशेष आकर्षण मनोरम हृदय स्पर्शी जीवंत झांकियां भी थी जिसे देखकर भक्तगण भाव विभोर हो गए । अंत में फूलों की होली के साथ श्रीमद् भागवत कथा का समापन हुआ जिसका समाज के लोगों ने बहुत ही आनंद उठाया । कथा समापन पर महाप्रसाद का आयोजन किया गया। भागवत कथा के समापन के समय श्री मंगतुराम जी एंव श्रीमती कमलादेवी गौरीसरीया की स्वर्णिम वैवाहिक वर्षगांठ पर श्री राधाकृष्ण ठाकुरबाड़ी समिति एंव मारवाड़ी सम्मेलन बरपेटा रोड शाखा द्वारा उनका अभिनन्दन किया गयाl