शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय मानवाधिकार के विशेष मॉनिटर बालकृष्ण गोयल ने आज जनपद की सदर तहसील के ग्राम जट मुझेड़ा में प्राथमिक विद्यालय, आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया तथा वहां पर उपस्थित बच्चों से स्कूली शिक्षा एवं मिड डे मील के बारे में जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि बच्चों का समय-समय पर टीकाकरण कराए बच्चों के मिड डे मील गुणवत्तापूर्ण हो उन्होंने बच्चों एवं अभिभावकों से कहा कि सभी अपने अपने बच्चों को मोबाइल नंबर माता-पिता का नाम स्थाई पता अवश्य याद कराए, जिससे कहीं पर भी बच्चों को कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि अध्यापकों के साथ-साथ अभिभावकों का भी पूर्ण दायित्व बनता है कि उनके बच्चे अच्छे शिक्षा ग्रहण करें तथा आगे चलकर देश का नाम रोशन करें। उन्होंने संबंधित अधिकारियों का निर्देश दिए की समय-समय पर वजन भी कराया जाए एवं उनके स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाए।
उन्होंने प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 5 का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रों-छात्राओं से प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री के नाम तथा वर्ष के महीनों के नाम सप्ताह के दिनों के बारे में पूछा जिस पर छात्र-छात्राओं ने सही-सही उत्तर दिया, जिस पर बच्चों की प्रशंसा करते हुए अध्यापिका को निर्देशित किया कि उनको पढ़ाई के साथ-साथ बेसिक चीजों का भी ज्ञान दिया जाए प्रधानाचार्य को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि कैरियर काउंसलिंग की क्लास भी शुरू की जाए।
उन्होंने आंगनवाड़ी में बनाए गए भोजन को भी चखा। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों को फल वितरण भी किया तथा वहां पर उपस्थित प्रधानाध्यापक से उपस्थिति रजिस्टर भी चेक किया और ग्रामीणों से स्कूलों के बारे में जानकारी भी प्राप्त की गई। उन्होंने मौके पर बच्चों का वजन कराया, जिस पर कम वजन मिलने पर नाराजगी व्यक्ति की साथ ही निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों का समय-समय पर वजन कराया जाए और अपडेट भी किया जाए। उन्होंने स्कूल में उपस्थित ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुना और उनकी समस्याओं के निदान हेतु संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
स्कूल के निरीक्षण के अवसर पर जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय कुमार, जिला पूर्ति अधिकारी, बाल पुष्टाहार अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी संबंधित अधिकारी एवं ग्राम प्रधानपति उपस्थित रहे।
राष्ट्रीय मानवाधिकार के विशेष मॉनिटर बालकृष्ण गोयल द्वारा जिला कारागार का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला कारागार में पुरुष व महिला बैरकों, रसोईघर का निरीक्षण करते हुए विशेष सफाई एवं बंदियों को मेन्यू के हिसाब से गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने के निर्देश सम्बन्धित को दिये गये। इसके पश्चात सदस्य द्वारा पुरुष व महिला बंदियों से जेल में मिलने वाली सुविधाओं एवं उनकी समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली।
कारागार परिसर व कार्यालय का निरीक्षण करते हुए अभिलेखों के रखरखाव व मुलाकाती रजिस्टर का अवलोकन किया गया। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से जिला कारागार में लगी जैमर प्रणाली व सीसीटीवी कैमरों को भी चेक किया। कारागार परिसर में स्थित अस्पताल का निरीक्षण करते हुए उन्होंने दवाईयों की उपलब्धता व ओपीडी आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिये कि मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोई शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये तथा 15 दिन में स्वास्थ्य कैंप लगाकर बंदियों के स्वास्थ्य की जांच अवश्य कराई जाए।
उन्होंने जिला कारागार अधीक्षक को निर्देश दिये कि जेल में बंदियों को मिलने वाली सारी सुविधाएं अवश्य उपलब्ध कराएं, शातिर बंदियों पर कडी निगरानी रखे, जेल परिसर के अंदर कोई भी प्रतिबंधित सामग्री ना जाने पाये, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाये। राष्ट्रीय मानवाधिकार के विशेष मॉनिटर बालकृष्ण गोयल ने शहर कोतवाली का भी निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।