आइजीआरएस की माह नवम्बर की रैंकिंग में खतौली तहसील फिर फिसड्डी

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। माह नवम्बर की आईजीआरएस की जनपद व प्रदेश की रैंकिंग में सदर के बाद जनपद की सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाली खतौली तहसील लगातार दूसरी बार फिर से पिछड़ गयी है। आंकड़ों की मानें तो आईजीआरएस के मामलों के शत-प्रतिशत निस्तारण में बुढ़ाना तहसील को जनपद व प्रदेश स्तर पर भी सदर तहसील के साथ संयुक्त रूप से प्रथम  रैंक प्राप्त हुई है। खतौली तहसील को जनपद में तीसरा व प्रदेश 231वीं तथा जानसठ तहसील को जनपद में चौथा व प्रदेश स्तर पर 286वां स्थान प्राप्त हुआ है।

बता दें कि माह अक्टूबर की आईजीआरएस की रैंकिंग में जनपद की सदर व बुढ़ाना संयुक्त रूप से पहले स्थान पर रहीं थी। जानसठ तीसरे व खतौली चौथे स्थान पर रही थी, लेकिन खतौली तहसील 90 में से 83 प्राप्तांक प्राप्त करके प्रदेश में 135वें स्थान रही थी। जानकारों की मानें तो जानसठ तहसील के तहत आने वाली मीरांपुर विधानसभा में उपचुनाव के कारण तहसील आईजीआरएस रैंकिंग में पिछड़ी है, क्योंकि यहां तैनात उपजिलाधिकारी चुनाव में आरओ की भूमिका निभाने में व्यस्त रहे हैं, इसके साथ ही तहसील का समस्त स्टाफ भी चुनाव ड्यूटी में व्यस्त रहा था। 

आंकडों के अनुसार खतौली तहसील जनपद में भले ही तीसरे स्थान पर हो, लेकिन माह नवम्बर की आइजीआरएस की रैंकिंग में प्रदेश स्तर पर 135 से 231वें स्थान पर खिसक गयी है। विगत माह 135वें स्थान से 231वें स्थान पर खिसक जाना तहसील प्रशासन के लिए कुछ न कुछ मायने तो रखता ही है। उक्त के कारणों के सम्बन्ध में जब उपजिलाधिकारी मोनालिसा जौहरी से उनके सीयूजी नम्बर पर बात की गयी तो उन्होंने शिक्षा वाहिनी को बताया कि इस सम्बन्ध में आप जिला स्तर पर बात कीजिए।

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