गौरव सिंघल, सहारनपुर। कडी सर्दी के इस मौसम में पिछले 24 घंटे में सामान्य रूप से हो रही बारिश कृषि वैज्ञानिकों की राय में सभी फसलों के लिए लाभकारी है। लेकिन आलू, टमाटर और सरसों बोने वाले किसानों के लिए सावधानी बरतना और जरूरी उपाय करना भी आवश्यक है। कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डा. इंद्र कुमार कुशवाहा ने टमाटर और आलू उत्पादक किसानों को सुझाव दिया है कि यदि उनकी फसलों की पत्तियों पर धब्बे और कालापन आ गया है तो वे इस झुलसा रोग के उपचार के लिए तुरंत रीडोमिल कीटनाशक का छिडकाव करे। इसके लिए उन्हें इस दवा की दो ग्राम मात्रा प्रति लीटर के हिसाब से उन पौधों पर छिडकनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बारिश की बूंदों से अभी फूल निकलने वाली फसलों में फली नहीं बनेगी, कारण फूलों से परागकण धुल जाएगा। मंडलीय कृषि उपनिदेशक राकेश कुमार ने कहा कि इस बारिश से गेहूं, गन्ने और सरसों की फसल को फायदा मिलेगा और यह सब्जियों के लिए भी लाभकारी रहेगी। उन्होंने कहा कि इनके उत्पादन में वृद्धि होगी।
जिला उद्यान अधिकारी गमपाल सिंह ने कहा कि यह बारिश ठंड के प्रकोप को कम करेगी और आलू, गेहूं, सरसों और सब्जियों की पैदावार में वृद्धि करेगी। उन्होंने कहा कि ठंडा मौसम आलू की फसल के लिए बहुत अनुकूल होता है। आधुनिक खेती के जानकार पदमश्री किसान चौधरी सेठपाल ने कहा कि यह बारिश हल्की-फुल्की है। इसका खेती पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पडता हैै। बारिश के बाद धूप का निकलना फसलों के लिए ज्यादा लाभकारी रहता है और अभी यही हो रहा है।