मां शेरावाली


राजीव डोगरा 'विमल' शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।


मेरी माता शेरोवाली
मेरे घर भी तू आ जाना 
बच्चे जो तुझे पुकारे 
एक बार तो दर्शन दे जाना
मेरी माता शेरोवाली..........


जाने अनजान मैंने 
माँ बहुत अपराध किए 
उनको भी आकर 
मिटा जाना
मेरी माता शेरोवाली..........


शिव ने जो जटा खिलारी
माया तू करें
सिंह सवारी
दुष्टों का संहार कर जाना 
मेरी माता शेरोवाली..........


एक बार तो बेटे को अपने
गले लगा जाना
 हैं जो गिले-शिकवे
 उनको भी मिटा जाना
मेरी माता शेरोवाली..........


युवा कवि लेखक कांगड़ा
भाषा अध्यापक गवर्नमेंट हाई स्कूल, ठाकुरद्वारा हिमाचल प्रदेश


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