शि.वा.ब्यूरो, नई दिल्ली। फार्मासिंथ कंपनी ने भारत माता फाउंडेशन (एनजीओ) के साथ मिलकर लोगों की सेवा में लगे सफाई, स्वास्थ्य व सुरक्षा कर्मचारियों को सैनिटाइजर बाँटने के लिए जेब में रखो सैनिटाइजर अभियान का आरम्भ किया। जिसके तहत इन्होनें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 1000 गाँवो में सैनिटाइजर बांटने का काम शुरू किया और सभी कोरोना योद्धाओं को जरूरी गाइडलाइन्स देते हुए समझाया कि सैनिटाइजर को जेब में रखना तथा हमेशा मास्क पहनकर रखने की सलाह भी दी।
ज्ञात हो कि आज पूरा विश्व कोरोना वायरस से लड़ रहा है और ऐसी मुश्किल घड़ी में सभी कोरोना योद्धा अपनी जान की परवाह न करते हुए दिन रात पूरी निष्ठा से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। इसके साथ.साथ यह कोरोना योद्धा लोगो की खुशी का भी ध्यान रख रहे है। जैसे अगर किसी का जन्मदिन है तो उसके जन्मदिन को खास बनाने के लिए यह लोग उनके घर केक पहुँचा रहे हैं, लेकिन इन कोरोना योद्धाओं का भी ख्याल रखना उतना ही जरूरी है जितना की देश की जनता का आखिर इनके भी परिवार हैं, जो उनके घर लौटने का इंतजार कर रहे हैं।
फार्मासिंथ कंपनी ने भारत माता फाउंडेशन (एनजीओ) के वालेंटियर्स नें जगह.जगह जाकर कोरोना योद्धाओं से बात कर उनसे पूँछा कि क्या आपकी जेब में सैनिटाइजर है। इस पर अधिकतर लोगों का जवाब था, नहीं। इस पर फार्मासिंथ कंपनी के प्रतिनिधि ने उन्हें समझा रहे हैं कि हर समय जे़ब में सैनिटाइजर होना चाहिए, क्योंकि जब आप बाहर होते हैं तभी सैनिटाइजर की ज्यादा आवश्यकता होती है। काम करते वक्त थोड़ी-थोड़ी देर बाद हाथों को सैनिटाइज करते रहना बहुत जरूरी है। इस योजना के तहत फार्मासिंथ कंपनी ने 1 लाख 25 हजार पॉकेट फ्रेंडली हैंड सैनिटाइजर बांटे और कोरोना योद्धाओं का हौंसला बढ़ाया।प्रतिनिधि सभी को समझा रहे हैं कि आप हैं तो हम हैं। कोरोना से डरना नहीं है, बस उसे हराना है।
फार्मासिंथ कंपनी के डायरेक्टर डॉ. अरविन्द कुमार गुप्ता ने इस मुहीम की शुरुआत करने का विचार दिया और वरिष्ठ प्रबंधक अर्जुन गुप्ता द्वारा इस प्लान का निर्देशन किया गया। जेब में रखो सैनिटाइजर अभियान को डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, ड्रग इंस्पेक्टर्स सहित सभीं जन प्रतिनिधियो द्वारा सराहा गया।
बता दें कि फार्मासिंथ कंपनी एक प्रमुख फार्मा कंपनी के रूप में जानी जाती है, क्योंकि इसकी उत्पादन यूनिट में विश्वस्तरीय गुणवत्ता वाली औषधियों के उत्पादन के लिए अत्याधुनिक और परिष्कृत मशीनें हैं। सभी इनपुट (कच्चे माल, पैकेजिंग सामग्री, कन्जुमेब्लस आदि) को कड़े परीक्षणों से गुजरना पड़ता है और केवल उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग दवाइयों के निर्माण में किया जाता है। तीन दशक से अधिक की अवधि में फार्मासिंथ ने दवा निर्माताओं व्यापार और चिकित्सा पेशे में एक प्रमुख स्थान हासिल किया। फार्मासिंथ ने हरिद्वार में एक जीएमपी प्रमाणित अत्याधुनिक उत्पादन यूनिट की स्थापना की है, जो गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखते हुए उत्पादन करती है। फार्मासिंथ का संकल्प है किए सदैव अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की दवाओं को सेवाभाव के साथ प्रत्येक जरूरतमंद को सुलभ दरों पर उपलब्ध करायेंगे। मरीजों की बढ़ती हुई आवश्यकताओं एवं उनकी संतुष्टि के लिये दवाओं को अधिक से अधिक बेहतर बनाने के लिये प्रयत्नशील रहेंगे और एक नैतिक सामाजिक व पर्यावरण के प्रति जागरूक संस्था के रूप में अपने प्रिय देश के सभी नियमों व कानूनों का हृदय से पालन करेंगे।