डीएम सेल्वा कुमारी जे ने की उघमियों व प्रदूषण विभाग के अधिकारियेां के साथ बैठक, कहा-प्रदूषण की समस्या का समाधान प्राथमिकता पर किया जाये


शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने आज जनपद में हो रहे जल प्रदूषण एवं वायु प्रदूषण के दृष्टिगत प्रदूषण विभाग के अधिकारियों व उघमियों के साथ प्रदूषण की रोकथाम के सम्बन्ध में बैठक की। बैठक में प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वाले विभिन्न अवस्थानों के विरूद्ध दि वाटर (प्रिवेंशन एण्ड कन्ट्रोल ऑफ़ पाॅल्यूशन) एक्ट 1974 एवं दि एयर (प्रिवेंशन एण्ड कन्ट्रोल ऑफ पाॅल्यूशन) एक्ट 1981 के अन्तर्गत उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा परिवाद की कार्यवाही की जाती है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद मुजफ्फरनगर में ईंट-भट्टे, पेपर मिल, चीनी मिल एवं विभिन्न औद्योगिक ईकाईयां स्थापित हैं, जिनसे समय-समय पर अपशिष्ट के रूप में जल तथा वायु का प्रदूषण कारित होता है। एनसीआर में स्थित होने के कारण जनपद पर्यावरण प्रदूषण हेतु संवेदनशील है। इस समस्या के निवारण हेतु प्रभावी कार्यवाही किया जाना आवश्यक है। उन्होने कहा कि पानी, हवा व जल का प्रदूषण मुक्त होना आवश्यक है। प्रदूषण के कारण काफी प्रकृति व मानव को काफी नुकसान हो रहा हैं। लोग गम्भीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे है। उन्होने कहा कि उघमियों केा इस प्रदूषण पर रोक लगानी होगी।



उन्होने कहा कि जल प्रदूषण के कारण कई गांवो में पानी दूषित भी हुआ है। उन्होने कहा कि उघमी सयुंक्त रूप फैक्ट्री/संस्थान द्वारा बहाये जा रहे अपशिष्ट का नाले पर जाकर निरीक्षण करे। उनहोने कहा कि शिकायत मिल रही है कि कुछ फैक्ट्रियों में ईधन के रूप मे पाॅलीथिन का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होने कहा कि पेपर मिल में जलाये जा रहे इम्र्पोटेड वेस्ट के सम्बन्ध में पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई जाये।  उन्होने कहा कि अपने शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने मे सहयोग दे। यह शहर हम सबका है इसलिये हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ जाती है कि हम अपनी पीढी को क्या दे रहे है। हमे प्रदूषण से होने वाले नुकसान को समझना होगा और इसे खत्म करना होगा। उन्होन अपील करते हुए कहा कि प्रदूषण न फैलाये।



इस अवसर पर उघमियों ने जिलाधिकारी को आश्वस्त किया कि अगर कही कोई कमी है तो उसे दूर किया जायेगा। उन्होने कहा कि सभी उघमियों के साथ बैठक कर इस प्रदूषण की समस्या का निदान किया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि उघमियों द्वारा प्रदूषण के दृष्टिगत जो तथ्य उपलब्ध कराये गये है उसी के अनुरूप उधोगो का संचालन करे। उन्होने कहा कि अन्तिम पायदान के व्यक्ति की स्वास्थ्य सुविधाओं व स्वास्थ्य के बारे में अवश्य सोचें कि हम आगे आने वाली पीढी को क्या देकर जायेगे। उन्होने कहा कि आगे की पीढी को स्वस्थ्य वातावरण दे। उन्होने कहा कि अगर सुधार नही हुआ तो सम्बन्धित के विरूद्व कडी कार्यवाही प्रस्तावित कर दी जायेगी
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 आलोक यादव, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिह, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी सहित काफी संख्या में उघमी व प्रदूषण विभाग के अघिकारी उपस्थित थे।


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