आलोक कुमार सिंह, लखनऊ। विश्व की पहली डेफ-ब्लाइंड स्नातक, बहुमुखी प्रतिभा की धनी हेलेन केलर के जयंती दिवस 27 जून पर आनलाईन बाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम आयोजक एवं संचालक आलोक कुमार सिंह ने हेलेन केलर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हेलेन केलर राजनितिज्ञ, लेखिका, मोटिवेशनल वक्ता जैसे बहुमुखी प्रतिभा व व्यक्तित्व एवं कृतित्व की धनी महिला थी बताते हुए कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विजय कुमारी मौर्य 'विजय' एवं बच्चों के प्रिय उदय किरौला विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे।
इस अवसर पर विजय कुमारी मौर्य ने बुद्ध वंदना कर कार्यक्रम में अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी। विजय ने हेलेन केलर व उनके शिक्षिका के उपर स्वरचित गीत के माध्यम से उनकी उपलब्धियों को उजागर किया। दृष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों में यमुना निषाद ने हेलेन केलर के जीवन को संक्षेप में बताया। हेलेन केलर का जन्म 27 जून 1880 को अमेरिका में हुआ था। उनकी शिक्षिका का उनके जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है। स्वाति मिश्रा ने स्वरचित कविता सुनाकर वाहवाही बटोरी। बांदा जनपद से आमंत्रित सुप्रसिद्ध कवयित्री दीपा पटेल ने अपने शहर में कम बेटियां, मां व अन्य रचनाओं एवं आवाज़ से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर आशीर्वचन हेतु उत्तराखंड से पधारे बाल प्रहरी संपादक और वरिष्ठ लेखक उदय किरौला जी ने कार्यक्रम की सार्थकता एवं आयोजन का भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए दिव्यांग बच्चों के रचनाओं एवं दीपा पटेल का मुक्त कंठ से प्रशंसा किया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर हेलेन केलर दिवस एवं इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के विषय में शौकत अली, सत्यम वर्मा, कोमल जैसवाल, निधि मिश्रा, भीमसेन, स्वाति मिश्रा एवं यमुना निषाद आदि ने विचार व्यक्त किए एवं भावों की अभिव्यक्ति एवं उसमें निखार लाने में इस तरह के कार्यक्रम आयोजन को आवश्यक बताया। वरिष्ठ बाल काव्य प्रेमी प्रेम शंकर चौधरी ने सफल, सार्थक आयोजन, आमंत्रण हेतु धन्यवाद दिया। अंत में दृष्टिबाधित दिव्यांग बच्चों के शिक्षक आलोक कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं, अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा किया।