डॉ. अ कीर्तिवर्धन, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
सभी दल बदलू
दूसरी पार्टी में जाने पर ...
वो खुद को गद्दार नहीं,
वो खुद को गद्दार नहीं,
अवसरवादी बताते हैं,
यानी शब्दों के खेल में
यानी शब्दों के खेल में
असलियत छुपाते हैं।
कहते हैं दम घुट रहा था,
कहते हैं दम घुट रहा था,
वहाँ सब गोलमाल था,
शब्दों का मकडजाल,
शब्दों का मकडजाल,
अपनी अहमियत जताते हैं।
मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश।