शि.वा.ब्यूरो, अलीगढ़। स्कूल शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रोफेसर असफर अली खान और कुलपति, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ओएसडी ने आज पुराने और प्रतिष्ठित अहमदी स्कूल फॉर द विजुअली चैलेंज स्कूल में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया। विशेष विद्यालय में पहली बार स्कूल के दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्रों के समग्र विकास के अंतर्गत एक दिवसीय दृष्टिबाधित फुटबॉल प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने अहमदी स्कूल में अत्याधुनिक गणित प्रयोगशाला का उद्घाटन किया।
अहमदी स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ. नायला राशिद ने बताया कि उन्होंने मेजर ध्यानचंद की स्मृति में आयोजित राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इंटर कॉलेज लखनऊ के प्रवक्ता एवं ब्लाइंड फुटबॉल कोच आलोक कुमार सिंह को लखनऊ से प्रशिक्षक के रूप में आमंत्रित किया था, जिन्होंने स्कूली बच्चों के लिए विशेष रूप से डिजाइन की गई ब्लाइंड फुटबॉल अथवा साउंड बाल भेंट किया। इसके बाद कोच, निदेशक डीएसई, प्रधानाचार्य छात्रों और स्टाफ सदस्यों ने 'हर एक पौधा एक' के नारे के तहत स्कूल कैंपस में पौधारोपण किया। औपचारिक रिबन कटिंग के बाद प्रोफेसर असफर अली खान (निदेशक, स्कूल शिक्षा निदेशालय) ने स्वयं ब्लाइंड फुटबॉल खेल को महसूस करने के लिए अपने आंखों पर आई पैच, हेड गाड लगाकर जब ब्लाइंड फुटबॉल को किक किया मैदान पर उपस्थित दृष्टिबाधित दिव्यांग खिलाड़ियों में हर्ष की लहर दौड़ गई।
प्रोफेसर खान ने अपने उद्बोधन में कहा कि मुझे यकीन है कि नवीनतम विशेष उपकरणों से लैस नई गणित प्रयोगशाला छात्रों को गणित अध्ययन के लिए एक और प्रतिस्पर्धी, सक्रिय और व्यस्त माहौल प्रदान करेगी। उन्होंने बताया कि ब्लाइंड फुटबॉल विशेष खिलाड़ियों के लिए एक सौगात है, जो विद्यार्थियों को चुस्त दुरुस्त सक्रिय रखने में कारगर होने के साथ साथ ब्लाइंड फुटबॉल खिलाड़ियों को तराशने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। उन्होंने स्कूल में आयोजित बैज समारोह में विद्यार्थियों को बैज लगाकर जिम्मेदार विद्यार्थी एवं सुनागरिक बनने का आह्वान किया। इसी कड़ी में विद्यालय के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने क्रमशः चयनित विद्यार्थियों को बैज लगाकर उनका हौसला बढ़ाया।
डीएसई निदेशक और रिसोर्स पर्सन का स्वागत स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. नायला राशिद ने बुके भेंट कर किया।डीएसई निदेशक ने कहा कि इन सभी कार्यक्रमों के सफल आयोजन का श्रेय निदेशक खान को है, जो उनके सहयोग और अनुमति के फलस्वरूप पहली बार विस्तार पूर्वक मूर्त रूप में आयोजित है। उन्होंने बताया कि दृष्टिबाधित दिव्यांग विद्यार्थियों के शारीरिक एवं मानसिक फिटनेस के लिए खेल बहुत ही आवश्यक है।
ब्लाइंड फुटबॉल प्रशिक्षक आलोक कुमार सिंह ने दिव्यांग जन सशक्तीकरण विभाग के निदेशक सत्य प्रकाश पटेल व प्रधानाचार्य का आभार व्यक्त किया। प्रशिक्षक आलोक कुमार सिंह ने जीवन में खेल का महत्व, ब्लाइंड फुटबॉल खेल के बारीकियों, नियमों से अवगत कराते हुए खिलाड़ियों को ग्राउंड में ले जाकर वार्मिंग, ब्लाइंड फुटबॉल कन्ट्रोल और पास, किक करने का सही तरीका, ग्राउंड का माप, खेल पोशाक हाफ टर्फ बुट, घुटने तक आने वाला मोजा, शीन गाड, नी गाड, आई पैचिंग, हेड गाड, जर्सी व नंबरिंग, गोल किपर, गोल गाइड, कोच, वैश्विक ब्लाइंड फुटबॉल खेल परिदृश्य में भारत की रैंकिंग, पैरालंपिक खेल के रूप में महत्व आदि महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर प्रकाश डाल खेल का अभ्यास कराया।
संगीत शिक्षक सिराजुद्दीन शेख और स्कूल के छात्रों ने देश भक्ति गीत की प्रस्तुति, विश्वविद्यालय का तराना और राष्ट्रगान किया। कक्षा 8 के छात्र गुलाम हुसैन खान द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के बाद कार्यक्रम समाप्त हुआ। इस अवसर पर स्कूल के समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाएं, स्टाफ मौजूद रहें।