हिन्दी

डॉ. अ कीर्तिवर्ध, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

हिन्दी रग रग में समाई है, 
यह जन जन की भाषा है,
हर रज कण में हिंदी पैठी, 
राष्ट्र एकता की भाषा है।
विश्व में सर्वाधिक बोली जाती, 
वैज्ञानिक आधार वाली,
बस इसका महिमागान करो, 
यह हमारी मातृ भाषा है।
हिंदी भाषा नहीं है अबला, 
यह संस्कृति की थाती है,
मानवता जन जन में जगाये, 
ऐसी समृद्ध राष्ट्र भाषा है।
आओ हिंदी भाषा का हम, 
मिलकर गौरव गान करें,
विश्व पटल पर इसको लाकर, 
भारत का सम्मान करें ।
मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश।

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