कुछ बातें हिन्दी की

डॉ अ कीर्तिवर्धन, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

राष्ट्र का सम्मान करना चाहिए,
निज धरा का मान करना चाहिए। 
सीखिये भाषाएँ बोली सारे विश्व की,
मातृभाषा पर अभिमान करना चाहिए। 

मातृ भाषा संस्कृति का मूल है,
राष्ट्र भाषा गौरव के अनुकूल है। 
जिसे न गर्व राष्ट्रभाषा-मातृभाषा पर,
वह मनुष्य राष्ट्र  के प्रतिकूल है। 

हिन्द की राष्ट्र भाषा हिंदी की बात हो,
तमिल, मलयालम, कोंकण का साथ हो। 
बोलियाँ हमारी संस्कृति को समृद्ध करें,
सभी राजभाषाओं पर भी हमें नाज हो। 
53, महालक्ष्मी एनक्लेव मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश

Post a Comment

Previous Post Next Post