कान्हा

डॉ. अ कीर्तिवर्ध, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

कान्हा तो रग रग बसें, 
किसकी तकती राह,
घट भीतर ही झांककर, 
देखो जिसकी चाह।
राधा बावरी गोपाल की, 
भटकत हैं चहूं ओर,
मीरा को विष में भी मिली, 
श्री कृष्ण की थाह।
मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश।

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