अ कीर्ति वर्द्धन, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
कब भरे हैं घाव किसके,
वक्त के अन्तराल से,
मिट गये बस निशां तन के,
वक्त के अन्तराल से।
मन पर लगी थी चोट जो,
अब भी वो कचोटती,
टीस कब किसकी मिटी है,
वक्त के अन्तराल से?
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश
वक्त के अन्तराल से,
मिट गये बस निशां तन के,
वक्त के अन्तराल से।
मन पर लगी थी चोट जो,
अब भी वो कचोटती,
टीस कब किसकी मिटी है,
वक्त के अन्तराल से?
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश