शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह के तहत ब्लॉक बघरा के जसोई गांव में जन जागरूकता रैली निकाली गई और ब्लॉक खतौली में जनसभा का आयोजन किया गया। खतौली में महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता को लेकर शपथ दिलाई गई और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दी गई। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेहतर कार्य करने वाली आशा संगिनी ज्योति को पुरस्कृत किया गया। स्वयंसेवी सहायता समूह को भी जागरूकता बढ़ाने के लिए पुरस्कृत किया गया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व आरसीएच के नोडल अधिकारी डॉ. राजीव निगम ने बताया कि सभी महिलाओं को सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के बारे में जागरूक होना चाहिए और उनका लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने महिलाओं को सही पोषण लेने के लिए प्रेरित किया। ब्लॉक के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार ने बताया कि बच्चों को मां का पहला गाढ़ा दूध एक घंटे के भीतर पिलाना जरूरी है और छः माह तक केवल मां का दूध ही पिलाना चाहिए, इससे बच्चा बीमारियों से बचा रहता है और सेहतमंद रहता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए और हरी साग सब्जी का उपयोग ज्यादा करना चाहिए, ताकि बच्चे को सही पोषण मिल सके और बच्चा सेहतमंद रहे। इसके साथ ही उन्होंने महिलाओं को स्वच्छता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं में मासिक धर्म को लेकर कुछ भ्रांतियां है उसको दूर करने की आवश्यकता है, इसके लिए सही जानकारी सही समय पर देनी होगी।
जिला कार्यक्रम समन्वयक रुचि श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के बारे में विस्तार से समझाया और योजना के तहत मिलने वाले लाभ के बारे में जागरूक किया। इसके साथ ही कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को हेल्प लाइन नंबर 104 (मातृ वंदना स्वास्थ्य केंद्र) के बारे में बताया। जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश गौतम ने महिला हेल्प लाइन के साथ साथ मिशन शक्ति के बारे में महिलाओं को जागरूक किया। महिला कल्याण अधिकारी शिवांगी बालियान ने कन्या सुमंगला योजना, विधवा पेंशन, बाल सेवा योजना और अन्य योजना से संबंधित जानकारी दी। इस दौरान महिला सेल से शारदा, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
उन्होंने कहा कि योजना के तहत पहली बार गर्भवती (मां बनने) होने पर महिला को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिए जाते हैं, प्रसव चाहे सरकारी या निजी अस्पताल में कराया गया हो। उन्होंने कहा कि पंजीकरण के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, मां की बैंक पासबुक की फोटोकॉपी जरूरी है। उन्होंने कहा कि माँ का बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिये, निजी अकाउंट ही मान्य होगा। उन्होंने कहा कि यदि बच्चे का जन्म हो चुका है तो मां और बच्चे दोनों के टीकाकरण का प्रमाणिक पर्चा होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रसव पूर्व कम से कम एक जाँच होने पर दूसरी किस्त के रूप में (गर्भावस्था के छह माह बाद) 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।