गौरव सिंघल, सहारनपुर। मण्डलायुक्त लोकेश एम0 एवं जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में जनपद में निर्यात प्रोत्साहन के लिए इण्डियन इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन के सदस्यों के साथ निर्यात प्रोत्साहन वार्ता की, जिसमें निर्यात को बढावा देने एवं उद्यमियों की समस्याओं के समाधान आदि विषयों पर चर्चा की गयी।
बैठक में उद्यमियों के निर्यात को प्रभावित करने वाले कारक जैसे-ओसियन फ्रेट स्कीम में बढोत्तरी होना, शिपिंग चार्जेज में बढोत्तरी होना, निवेश में आयी मन्दी, एमईएस स्कीम का बन्द होना, एमडीए सपोर्ट, मार्केटिंग व डिजाईनिंग हेतु बेहतर सुविधाएं व रॉ-मैटेरियल बैंक होना, वुडेन हैण्डीक्राफ्ट को आईटी/ जीएसटी व अन्य टैक्सों में छूट देना, कन्टेनर को ससमय से कम कीमत में मिलने, इन्टरनेशनल फैसिलिटेशन कांउसिल पर विचार करना इत्यादि समस्याओं से आयुक्त को अवगत कराया गया है।
बैठक में जनपद सहारनपुर में नये औद्योगिक क्षेत्र बनाने, पिलखनी औद्योगिक क्षेत्र में हाई वोल्टेज की समस्या, देहरादून रोड पर बिजली के खम्बों के तारों पर लगे पेड़ों की छटाई करने, वुडेन फर्नीचर की इकाईयों को मण्डी शुल्क छूट संबंधी पंजीकरण में सहयोग देने इत्यादि विषयों पर विचार किया गया है। मण्डलायुक्त लोकेश एम0 ने अवगत कराया कि उक्त विषयों से शासन को शीघ्र ही अवगत कराया जायेगा तथा जो स्थानीय स्तर की समस्याएं है, उनका सभी विभागों के साथ मिलकर ससमय निस्तारण करा दिया जायेगा।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने उद्योगपतियों को आश्वस्त किया कि जनपद स्तर पर आने वाली समस्याओं को समयबद्ध तरीके एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारित किया जायेगा ताकि निर्यात के प्रोत्साहन में कोई दिक्कत न आए। बैठक में अपर आयुक्त-व्यापार कर , मुख्य अभियन्ता विद्युत एके आत्रेय, मुख्य अग्निशमन अधिकारी तेजवीर सिंह, अपर नगर आयुक्त राजेश यादव, संयुक्त आयुक्त उद्योग अंजू रानी, उपायुक्त उद्योग सिद्धार्थ यादव तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे तथा आईआईए से प्रमोद सडाना, रामजी सुनेजा, आरके धवन, प्रियर्श गर्ग, सुनील सैनी, मौ0 ओसाफ, परमेन्दर सिंह आदि निर्यातक उद्यमीगण बैठक में उपस्थित रहे।