गौरव सिंघल, सहारनपुर। प्रदूषित हिंडन नदी के लिए सहारनपुर के 1938 से स्थापित स्टार पेपर मिल को एक बड़ी वजह मानते हुए प्रशासन ने स्टार पेपर मिल पर नकेल कस दी है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी डीसी पांडे की ओर से स्टार पेपर मिल को नोटिस भेजा गया हैं। नोटिस में कहा गया है कि स्टार पेपर मिल से जो पानी निकल रहा है और जो हिंडन नदी में गिर रहा है, उससे इस नदी का पानी प्रदूषित हो रहा है। 15 दिनों के भीतर इस मामले में सुधार के निर्देश मिल अधिकारियों को दिए गए हैं। इस मिल पर 3 अगस्त से प्रतिदिन के हिसाब से 30 हजार रूपया जुर्माना भी लगाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 17 अगस्त को सहारनपुर आए थे और उन्होंने कमिश्नर डा. लोकेश एम को निर्देश दिए थे कि हिंडन नदी को प्रदूषण मुक्त करने की कार्ययोजना जल्द से जल्द बनाकर उनको भेजी जाए। मुख्यमंत्री की मंशा को भांपकर खुद के ऊपर गाज गिरने के डर से आला अफसर बहाने तलाश रहे हैं और किसी ने भी पिछले सालों के दौरान हिंडन नदी को साफ करने की कोई जहमत नहीं उठाई। यही हाल मौजूदा अफसरों का भी है।
स्टार पेपर मिल की ओर से इस संबंध में आज कहा गया कि पेपर मिल में जो ईटीपी (इफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट) लगा हुआ है। उसकी क्षमता 24 हजार क्यूसिक मीटर पानी को संशोधित करने की है और इस प्लांट के जरिए 11 से 12 हजार घनमीटर पानी प्रतिदिन संयंत्र से शुद्ध होकर निकलता हैं। एक अधिकारी ने बताया कि इस पानी की खूबी उर्वकता बढ़ाने वाली है। किसान विशेषज्ञों की उनके पास रिपोर्ट है। यह पानी सिंचाई के लिए खेतों में जाता है, उससे किसानों की फसल लहलहा रही है। स्टार पेपर मिल की ओर से कहा गया कि वह प्रदूषण विभाग द्वारा दिए जाने वाले नोटिस का समुचित जवाब देंगे।