गौरव सिंघल, देवबंद। राष्ट्रीय अल्प संख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति सेवानिवृत्त आईएएस नसीम अहमद ने आज दारूल उलूम पहुंचकर मोहतमिम अबुल कासिम नोमानी से भेंट की। नसीम अहमद ने कहा कि बुजुर्गों ने वर्षों पहले देवबंद में जो इस्लामिक शिक्षा के रूप में पौधा लगाया था आज वह बड़ा वृक्ष बन गया है और इसकी शाखाएं पूरी दुनिया में इस्लाम की रोशनी फैला रही हैं। उन्होंने कहा कि दारूल उलूम ने देश की आजादी में अहम योगदान दिया था। जिसे नजरंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने मोहत्तिम से कहा कि उनकी बहुत दिनों से दारूल उलूम आने की तमन्ना थी जो आज पूरी हुई है।
मोहतमिम अबुल कासिम नोमानी ने नसीम अहमद को दारूल उलूम की कार्यप्रणाली और उपलब्धियों से भी अवगत कराया। नसीम अहमद के साथ गुड़गांव से आए मुफ्ती सलीम अहमद बनारसी, डा. मोहम्मद वासीफ, हाजी मोहम्मद सलीम आदि साथ थे।