युटीडीसी ने की बराकघाटी को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग

मदन सिंघल, सिलचर। यूटीडीसी के अधिकारियों और आयोजकों ने स्पष्ट रूप से कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बराक घाटी को नया केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया जाना चाहिए केंद्र शासित प्रदेश मांग समिति ने की अहम मांगें-यूटीडीसी ने यह भी बताया है कि केंद्र सरकार अगले नवंबर तक केंद्र शासित प्रदेश के गठन की प्रक्रिया शुरू करने के लिए बराक घाटी में एक "निगरानी टीम" भेजेगी। 

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने लंबे समय से चली आ रही जनता की मांग को पूरा करने के लिए शीघ्र कदम नहीं उठाए तो दिसंबर से यूटीडीसी आंदोलन बंद कर देगी, क्योंकि 1972 के बाद से लगातार बराक घाटी को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की जो मांग उठती रही है, उस पर कई बार केंद्र सरकार ने सहमति भी जताई है.  परंतु अंततः विभिन्न बाधाओं के कारण यह लक्ष्य आज तक पूरा नहीं हो सका है, इसलिए केंद्र सरकार को बारा को केंद्र शासित प्रदेश बनाने में किसी भी बहाने से संकोच नहीं करना चाहिए

यूटीडीसी के केंद्रीय अध्यक्ष संजीत देबनाथ, आयोजन सचिव बिप्लब पाल चौधरी, प्रथम उपाध्यक्ष मायाजुल अली बरभूइया, महासचिव मृण्मयकुमार नाथ, संपादक सौमित्र नाथ, अनुपकुमार नाथ, ताचिर अली, सुवर्णभूमि राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष नजरुल इस्लाम लश्कर, यूटीडीसी के मुख्य समन्वयक, शंकर डे और अन्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

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