शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी कालेज ऑफ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में बसंत पंचमी का महोत्सव बडे़ ही उत्साह एवं हर्षाेउल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कालेज प्रांगण के मन्दिर में माँ सरस्वती की पूजा के साथ प्रसाद का वितरण किया गया। संस्था के सचिव अनुभव कुमार ने बताया कि बसंत पंचमी हमें सिर्फ बाहरी रंग ही नहीं दिखाती, बल्कि भीतर भी एक नई शुरुआत की प्रेरणा देती है। ठीक उसी तरह जैसे पेड़ सर्दियों में अपने पत्ते गिराकर वसंत में नए पत्ते उगाते हैं, हमें भी पुरानी आदतों को त्यागकर नई चीजें सीखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होने कहा कि हम इस बसंत पंचमी को प्रकृति से सीख लेकर, ज्ञान की ज्योति जलाकर, और अपने अंदर एक अच्छा इंसान बनने का संकल्प लेंगे।
इस अवसर पर संस्था के निदेशक डा0 सिद्वार्थ शर्मा ने बताया कि माँ सरस्वती का जन्म वसंत पंचमी को हुआ था, इसलिए उस दिन उनकी पूजा की जाती है, और इस दिन को लक्ष्मी जी का जन्मदिन भी माना जाता है। इसलिए इस तिथि को ‘श्री पंचमी‘ भी कहा जाता है। इस दिन सुबह अभ्यंग स्नान किया जाता है और पूजा की जाती है। वसंत पंचमी पर वाणी की अधिष्ठात्री देवी माँ सरस्वती की पूजा का बहुत महत्व है। इस अवसर पर उन्होने पुलवामा शहिदो को याद करते हुए कहा कि आतंकवादियों की इस कायराना हरकत से हर भारतीय की आंखे नम हो गई थीं और इस हमले ने पूरे देश को अंदर से हिलाकर रख दिया था, लेकिन इसका बदला भारतीय सेना ने आतंकियों के ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर लिया। शहिदो को याद करते हुए श्रद्वांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर कालेज स्पोर्टस मैदान पर पतंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विमल, उज्जवल, श्रीगुप्ता, स्नेहा, विनित, शौर्य सिंघल, नितिन सैनी, मोनिका, मनीष कुमार यशराज, रूपाली, फरहान, नेहा, हिमांशु, संध्या, भारती, अंशी, देवमणी, खुशी, अंनत, मोहित, पारसमणी, आस्था, निशी, आयशा, हलिमा, अंशी त्यागी, उर्वशी, प्रज्ञा आदि छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन पारूल गुप्ता ने किया।