शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। राष्ट्रीय लोक अदालत में 4.32 लाख से अधिक वादों का विस्तारण किया गया। इस दौरान न्यायमूर्ति ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत एक ऐसा मंच है, जहां पर दोनों पक्षों की जीत होती है। दीवानी कचहरी में न्यायमूर्ति नीरज तिवारी ने राष्ट्रीय लोक अदालत के साथ ही 12 कक्षीय भवन में वातानुकूलन प्रणाली का शुभारंभ किया। इसके बाद अदालत में वादों का निस्तारण की प्रक्रिया शुरू हुई।
अपर जिला जज शाश्वत पांडेय व भूपेंद्र प्रताप ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में निस्तारित वादों में नरेन्द्र कुमार प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय के 213 वैवाहिक वाद निस्तारित हुए, जिसमें उनके न्यायालय से काफी संख्या में बतौर पति-पत्नी साथ गए। संजय कुमार पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण ने 31 मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वाद निस्तारित किए।
अरविन्द कुमार गौतम अतिरिक्त परिवार न्यायालय के 76 वैवाहिक वाद निस्तारित हुए।ललित नारायण झा अपर जिला जज के तीन वाद, प्रकाश तिवारी अपर जिला जज के पांच वाद, शबीह जेहरा अपर जिला जज के दो वाद, शाश्वत पाण्डेय अपर जिला जज के तीन वाद, पिकूं कुमार अपर जिला जज के 651 वाद, त्रिभुवन नाथ अपर जिला जज के तीन वाद निस्तारित हुए। पांच, छह, सात और नौ मार्च को हुई लोक अदालत में 4,32,399 वादों का निस्तारण किया गया।
इस मौके पर न्यायाधीश बबीता रानी, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय नरेन्द्र कुमार, पीठासीन अधिकारी मोटर वाहन दुर्घटना अधिकरण संजय कुमार, बार एसोसिएशन अध्यक्ष राजीव गुप्ता, सचिव निशांत त्यागी आदि मौजूद रहे।