जेई आवेदन में बीटेक डिग्री को शामिल करने की मांग को अनुचित बताया

शि.वा.ब्यूरो, प्रयागराज। जेई संवर्ग में बीटेक अभ्यर्थियों को शामिल करने की मांग को डिप्लोमा अभ्यर्थियों ने विधि विरुद्ध बताया है। डिप्लोमा अभ्यर्थियों ने बताया कि कि इलाहाबाद हाईकोर्ट की 3 जजों की खंडपीठ ने अपने निर्णय में जेई (अवर अभियंता) की नियुक्ति हेतु इंजीनियरिंग डिग्री (बीटेक) को अनर्ह माना है। पीठ ने यह मानने से इंकार कर दिया कि इंजीनियरिंग डिग्री डिप्लोमा कोर्स से बेहतर योग्यता है इसलिए जेई आवेदन में बीटेक डिग्री अभ्यर्थियों को अनुमति देना चाहिए। पीठ ने आगे कहा कि डिप्लोमा कोर्स व बीटेक डिग्री अलग अलग योग्यता हैं। इसलिए दोनों की तुलना नहीं की जा सकती है। 

युवा मंच प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं प्रदेश प्रमुख प्रतिनिधि तकनीकी संवर्ग ई. राम बहादुर पटेल की अगुवाई में डिप्लोमा अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक्स हैंडल पर पोस्ट कर मांग की कि डिप्लोमा अभ्यर्थियों के साथ अन्याय न किया जाए। साथ ही मुख्यमंत्री से यह भी अनुरोध किया गया है कि प्रदेश में तकनीकी संवर्ग तकनीशियन, जेई व एई के तकरीबन एक लाख पद रिक्त हैं, उन्हें तत्काल भरने के लिए सरकार कदम उठाए। बता दें कि सिर्फ बिजली महकमे में ही 40 हजार सीटें रिक्त हैं जिसमें बड़ा हिस्सा तकनीशियन पदों का है। बता दें कि प्रदेश में 6 लाख रिक्त पदों को भरने के वायदे को पूरा करने को लेकर युवा मंच के बैनर तले पत्थर गिरजाघर प्रयागराज में 90 दिनों तक चले अनवरत धरना तकनीकी संवर्ग में एक लाख रिक्त पदों को भरने का मुद्दा उठाया गया। एक्स पर पोस्ट करने वाले प्रमुख लोगों में मनोज पटेल, अंकुर वर्मा, पूजा गुप्ता, आर.पी.सिंह, मयूर वर्मा, रितु राज, मिथिलेश यादव, अभिनव त्रिपाठी समेत हजारों युवा शामिल रहे।

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