शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी काॅलेज ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2024 पर महिला सशक्तिकरण के उपलक्ष में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ काॅलेज प्राचार्य डा0 आलोक कुमार गुप्ता व प्राचार्य बबली तोमर ने माॅ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वल्लित करके किया। काॅलेज प्राचार्य डा0 आलोक कुमार गुप्ता ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो महिलाओं द्वारा हासिल की गई सभी अद्भूत चीजों का जश्न मनाता है।
उन्होंने कहा कि यह दिखाने का एक तरीका है कि महिलाएं दुनिया को कैसे प्रभावित करती है और करती रहती है। उन्होंने कहा कि प्रतिभाशाली महिलाओं का जश्न मनाने के साथ-साथ, इसे उन मुद्दों को उजागर करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए एक दिन के रूप में भी उपयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से महिलाओं को वोट देने, काम करने और कई अन्य चीजों के अधिकार से भी वंचित रखा गया है। उन्होंने कहा कि इन चीजों के खिलाफ लड़ने वाली प्रतिभाषाली महिलाओं के कारण, अब हमारे आसपास की दुनिया में महिलाओं की बहुत अधिक भूमिका है, लेकिन अभी भी ऐसे मुद्दे है, जिनका महिलाओं को अतीत में सामना करना पड़ा था और आज भी सामना करना पड़ता है।
गोष्ठी में डीएलएड प्राचार्य बबली तोमर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के सम्मान में हर साल 8 मार्च को विष्व स्तर पर मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमारे लिए आज समाज में मौजूद कई असमानताओं, लैगिक पूर्वाग्रह, भेदभाव और रूढ़िवादिता पर ध्यान केंद्रित करने का एक महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने कहा कि जैसा कि इस वर्ष की थीम इंस्पायर इंक्लूजन है, यह विषय हमारे समुदायों को महिलाओं के समावेशन को महत्व देना सिखाने पर केंद्रित है।
उन्होंने कहा कि इस थीम के अन्तर्गत डिजिटल स्थानों पर महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा कैसे की जाए व ऑनलाइन लिंग आधारित हिंसा का मुकाबला कैसे किया जाए के बारें में चर्चा की जायेगी। उन्होंने कहा कि पुरानी समय की कुरितियां जैसे बाल विवाह, भ्रूण हत्या, सती प्रथा आज भी कही ना कही सर्वोपरी है, यह देश में पूर्णतया समाप्त नही हुई है, फिर भी अनेक एनजीओ द्वारा महिलाओं की जीवन शैली मे सुधार के लिये अधिकतम प्रयास किये जा रहे है, जिससे आज अधिकतम महिलाऐं आजाद है।
गोष्ठी का संचालन डीएलएड प्रवक्ता वरूण कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि बताया कि महिला दिवस विषय पर छात्र-छात्राओं अन्जना, मोनिका, शिप्रा, अनुज, रिया, ज्योति, वर्षा, आयुषी तथा सोनम, तनुश्री, रश्मि मौर्य व काजल आदि ने महिलाओं के सम्मान में पोस्टरों के माध्यम से अपनी भावनाओं को प्रदर्षित करते हुए कहा कि यह विशेष दिन अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रही महिलाओं का सम्मान करने और उनकी उपलब्धियों का उत्सव मनाने का दिन है। उन्होंने कहा कि महिला दिवस लगभग सभी विकसित, विकासशील देशों मे मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि यह दिन महिलाओं को उनकी क्षमता, सामाजिक, राजनितिक और आर्थिक तरक्की दिलाने के साथ ही उन महिलाओं को विशेष योगदान के लिए सम्मानित करने का दिन है, जिन्होने महिलाओं को उनके अधिकार दिलाने के लिए अथक प्रयास किए व महिलाओं की समानता के लिए आवाज उठाई है। कार्यक्रम में डीएलएड विभाग से वरूण कुमार, राजीव कुमार, संगीता कौशिक, पारूल कुमार, रश्मि कौशिक, अन्नु त्यागी, महिमा मंगल, आस्था सिंघल आदि शिक्षक तथा सभी छात्र-छात्रायें उपस्थित रहें।