शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। इस बार का चीनी मिलों का गन्ना पेराई सीजन बहुत अच्छा नहीं रहा। जिले में आठ चीनी मिलों ने गन्ना पेराई की थी। सात चीनी मिलें बंद हो चुकी हैं और देवबंद की त्रिवेणी इकाई एक-दो दिन में अपना पेराई सत्र पूरा कर लेगी।
गन्ना विभाग के डिप्टी केन कमिश्नर ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि इस बार जिले में दस लाख क्विंटल चीनी कम बनी है और 99.91 लाख क्विंटल कम गन्ने की पेराई हुई है। यानि गन्ना पेराई और चीनी उत्पादन दोनों में भारी गिरावट आई है। पिछले सीजन में कम चीनी मिलों ने पेराई की थी फिर भी 539.76 लाख क्विंटल गन्ना पेराई हुई थी जबकि इस बार गन्ने का क्षेत्रफल 250 हैक्टेयर ज्यादा था।ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि सहारनपुर जिले में 0238 प्रजाति का गन्ना 90 फीसद तक बोया जाता है। इस बार अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण गन्ने का सात हजार हैक्टेयर रकबा प्रभावित हुआ और गन्ने की पैदावारी गिरी। उन्होंने कहा कि इस प्रजाति के गन्ने में बीमारियों का भी ज्यादा प्रकोप रहा। लाल सड़न से लेकर कई रोगों से गन्ने की फसल की पैदावार गिरी है। गन्ना विभाग किसानों से नई और रोगमुक्त प्रजाति अपनाने की अपील कर रहा है। जिससे जिले में गन्ने की पैदावार और चीनी के निर्माण में बढ़ोतरी हो सके।