गौरव सिंघल, देवबंद। श्री त्रिपुर माँ बाला सुंदरी देवी मेला में चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला में बीती देर रात तक चले एक शाम गीत ग़ज़ल के नाम कार्यक्रम में सहारनपुर, दिल्ली और देहरादून से आये अज़ीम फ़नकारों ने अपने फन का लोहा मनवाते हुए ऐसा समा बांधा की दर्शक झूमने को मजबूर हो गए और तालियों की गड़गडाहत से पूरा पंडाल गूंज उठा। कार्यक्रम का उदघाटन भाजपा नेत्री प्रियमवदा राणा ने फीता काटकर किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दीपक राज सिंघल ने, शमा रोशन डॉ अशफाकउल्लाह खान ने और दीप प्रज्ज्वलित रितेश बंसल ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पालिकाध्यक्ष विपिन गर्ग, मेला चैयरमेन अंकित राणा, असद जमाल फ़ैज़ी, अजय गांधी, विशिष्ठ अतिथि सलीम ख्वाजा और सव्वाल राणा रहे। कार्यक्रम का संचालन जिगर देवबन्दी ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत में वसीम झिंझानवी ने बहुत बेहतर अंदाज़ देश भक्ति गीत सुनाया।
समुन सलमानी ने मोहम्मद रफी की हूबहू में आवाज में एक से बढ़कर एक गीत सुनाये। शारिक मिर्ज़ा ने दिल्ली से आई गायिका मेहनाज़ और देहरादून से आई गायिका समरीन सोनी के साथ फ़िल्मी गीतों पर जुगलबंदी करते हुए छुप गये सारे नज़ारे, ओय क्या बात हो गयी जैसे गीतों से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। शारिक मिर्ज़ा और समुन सलमानी की जुगलबंदी का गीत सात अजूबे इस दुनिया में आठवीं अपनी जोड़ी गीत गाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। समरीन सोनी और मेहनाज़ ने लता मंगेशकर, आशा भोंसले और पूर्णिमा की हूबहू अंदाज़ से श्रोताओं की भरपूर वाहवाही लूटी और देर रात तक चले इस कार्यक्रम में अंत तक दर्शकों को सभी कलाकारों ने अपने अपने से बांधे रखा।