शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में जनपद लू, सूखा तथा बाढ के दृष्टिगत संबंधित विभागों के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आहूत की गयी तथा विभागवार तैयारी के संबंध में चर्चा की। बैठक में जिला आपदा विशेषज्ञ पंकज कुमार मिश्रा द्वारा पीपीटी के माध्यम से विभाग द्वारा लू, सूखा तथा बाढ से निपटने की तैयारी के संबंध में प्रजेन्टेश दिया। जिलाधिकारी डा.दिनेश चन्द्र द्वारा पिछले वर्ष आयी बाढ से प्रभावित हुए ग्राम की जानकारी ली तथा प्रभावित किसानों को दिये गये मुआवजा के संबंध में भी जानकारी ली।
उन्होंने निर्देश दिए कि यदि किसी किसान की नदी के पानी से फसल नष्ट को गई है तो शासनादेश के अनुसार उसको मुआवजा दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जनपद स्तर पर 24×7 कन्ट्रोल रूम संचालित किया जाये। जनपद की चारों तहसीलों मे बाढ कन्ट्रोल रूम स्थापित किया जाये। बाढ संवेदनशील ग्रामों के निकट बाढ चौकी की स्थापना की जाये तथा 24 घंटे कर्मचारियों की डयूटी लगाई जाये। प्रत्येक बाढ प्रभावित क्षेत्र में बाढ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर रखने के लिए शेल्टर होम का चिन्हीकरण कर लिया जाये। जनपद में प्रत्येक तहसील में संवेदनशील ग्रामों का चिन्हीकरण पूर्व के अनुभव के आधार पर पहले ही कर लिया जाये। बाढ के दौरान बाढ प्रभावितों के अवागमन के लिए नावों का चयन कर लिया जाये। डॉ0 दिनेश चन्द्र ने निर्देश दिए कि चिकित्सा विभाग को एन्टी स्नैक वेनम व क्लोरीन की दवा प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रखने के लिए निर्देशित किया। उन्होने कहा कि प्रत्येक तहसील में आपदा मित्रों का चयन किया गया है जो किसी भी आपदा से निपटने में सक्षम है। ये आपदा मित्र आवश्यक्ता पडने पर स्थानीय स्तर पर लोगों की मदद करना सुनिश्चित करेगें। इन आपदा मित्रों को एसडीआरएफ लखनऊ के सहयोग से प्रशिक्षित किया गया है। बाढ के दृष्टिगत प्रत्येक तहसील में गोताखोर एवं तैराकों का डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए। बाढ के दृष्टिगत प्रत्येक तहसील में हेलिकॉप्टर उतारने हेतु सुरक्षित स्थान का चयन कर लिया जाये।