एनएचएआई अफसरों की करनी फिर सामने आयी, राष्ट्रीय राजमार्ग 58 पर ई-रिक्शा को बचाने के चक्कर में डबल डेकर बस पलटी

शि.वा.ब्यूरो, खतौली। आज अलसुबह लगभग 06.30 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग 58 स्थित भंगेला चैकी के पास राजस्थान से हरिद्वार जा रही एक डबल डेकर बस ई- रिक्शा को बचाने के चक्कर में अनियन्त्रित होकर पलट गई। बस पलटने की खबर क्षेत्र में जंगल की आग की तरह फैल गयी और मौके पर लोगो की भीड़ एकत्रित हो गई और लोग अपने-अपने तरीके से राहत कार्य पहुंचाने में लग गये। तभी मेरठ की तरफ से आ रही 01 रोडवेड बस भी अचानक से ब्रेक लगने के कारण अनियन्त्रित होकर पलट गई। उक्त घटना में डबल डेकर बस के ड्राईवर की मृत्यु हो गई है तथा दोनो बसों में सवार लगभग 10 लोगो के सामान्य चोट आई है। सूचना पर थाना पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलो को उपचार हेतु अस्पताल भिजवाया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आज सुबह लगभग साढ़े छः बजे राष्ट्रीय राजमार्ग 58 स्थित भंगेला चैकी के पास उस समय हड़कम्प मच गया, जब दिल्ली की ओर से आ रही एक डबलडेकर बस ई-रिक्शा को बचाने के चक्कर में सड़क के किनारे खाई में पलट गयी। बस के पलटने ही उसमें सवार लोगों की दर्दनाक चिल्लाहट से आस-पास क्षेत्र गूंज उठा। सड़क हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के जानसठ प्रभारी सोनू गुप्ता अपनी पूरी टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन में पहुंचे तथा बस की छत को काटकर घायलों को बाहर निकाला और उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।

हादसे में जनपद अलीगढ़ निवासी बस के चालक रामगोपाल की मौत हो गयी, जबकि नाथराज लाल, आस मौहम्मद, शमशाद, केसर, डाॅली देवी, हेमलता, रोशनलाल, कन्हैया लाल, दीपक, तेजपाल, पुष्पा व रामसिंह आदि 14 लोग घायल हो गये।

प्रकरण के सम्बन्ध मे क्षेत्राधिकारी पाली राव ने बताया कि ई-रिक्शा को बचाने के चक्कर में बस को इमरजैंसी ब्रेक लगाने पड़े थे, जिस कारण ये हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि एक बस को गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया है और दूसरी बस को जल्दी निकालने की कोशिश की जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो उक्त हादसा, बल्कि इस प्रकार के अधिकतर हादसे एनएचएआई अधिकारियों के भ्रष्टाचार की देन हैं। उक्त के सम्बन्ध में सिवाया टोल के कर्मचारियों ने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि टोल प्रशासन की ओर से कई बार एनएचएआई अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया है, लेकिन उनके द्वारा इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है। जानकारों की मानें तो एनएचएआई अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर राजमार्ग पर अनेको अवैध कट बनवा रखे हैं, जो आये दिन अक्सर सड़क हादसों की वजह बनते रहते हैं। जानकारों की मानें तो उक्त के सम्बन्ध में पूर्व में यहां तैनात रह चुके उपजिलाधिकारी ने एनएचएआई अधिकारियों को पत्र भी लिखा था, लेकिन एनएचएआई अधिकारियों ने व्यक्तिगत हित के चलते एसडीएम के पत्र को भी रद्दी की टोकरी में डाल दिया था, जिसका परिणाम अवैध कट के चलते राजमार्ग पर सड़क हादसों के रूप में सबके सामने है। 

ताजा सड़क हादसे के पीछे भी एनएचएआई के इन अधिकारियों की अदूरदर्शिता ही है, क्योंकि हादसे की जगह बनाये गया डिवाइडर की उंचाई लगभग सड़क के बराबर ही है, जिससे होकर साईकिल, मोटरसाईकिल या ई-रिक्शा आदि आसानी से सड़क पार की जा सकती है।

Comments