यमुना नदी में उफान, कई घंटे तक कटा रहा तीन गांवों का संपर्क

गौरव सिंघल, चिलकाना। बरसात शुरू होते ही यमुना नदी में उफान आ गया है। इसके चलते यमुना के पार उत्तर प्रदेश के तीन गांवों का संपर्क कई घंटे तक कटा रहा। यमुना नदी में बनाया गया अस्थायी पाइप का पुल हटा दिए जाने से अब लोगों को आने-जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।उप्र तथा हरियाणा की सीमा पर बहने वाली यमुना हर वर्ष ही बरसात में अपने साथ तबाही लेकर आती है। बाढ़ से जहां एक ओर नदी के किनारे खेतों में कटाव होता है, वहीं खेतों में खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचता है।  शिवालिक की पहाड़ियों में हुई बारिश का पानी अचानक यमुना में आ गया। बाढ़ का पानी आने से गांव सोंधेबांस, गाजदीनपुर तथा भूड़ का संपर्क उत्तर प्रदेश से कई घंटे तक कटा रहा। नदी में कम पानी होने पर लोगों ने नाव का सहारा लेकर नदी पार करना शुरू किया।

यमुना नदी में क्षेत्र के लोगों द्वारा सीमेंट के पाइप डालकर अस्थायी पुल बना दिया जाता है। जिससे लोगों का उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा की तरफ आवागमन आसानी से चलता रहता है। गत वर्ष अचानक पानी आने से नदी में लगाए गए सीमेंट के पाइप बह गए थे। बरसात के कई महीने तक नाव के द्वारा ही आना-जाना चलता रहता है। बाढ़ से किसी तरह की जन धन की हानि तो नहीं हुई, लेकिन आने वाले समय में बाढ़ की विभीषिका का अंदाजा जरूर हो गया है।

ऐसा पहली बार हुआ है कि क्षेत्र में बहने वाली मसखरा नदी तथा बूढ़ी यमुना नदी में पानी सूख गया था। दोनों नदियों में करीब एक महीने तक पानी नहीं रहा। पानी में रहने वाले जीव-जंतु मर गए तथा खेतों में रहने वाले पशुओं को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ा। यमुना नदी में भी इस बार जल स्तर कम हो गया था। अब दोनों नदियों में पानी आना शुरू हो गया है।
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