गौरव सिंघल, देवबंद। त्रिवेणी समूह की शुगर मिल ने चालू पेराई सत्र में 5 नवंबर तक खरीदे गए गन्ने का भुगतान 4.57 लाख रूपया किसानों के खातों में भेज दिया है। ध्यान रहे देवबंद चीनी मिल पिछले कुछ वर्षों से गन्ना मूल्य भुगतान समय पर करने के मामले में प्रदेश में अव्वल है। त्रिवेणी चीनी इकाई के प्रमुख पुष्कर मिश्र ने बताया कि क्षेत्र में इस बार गांव-देहात में शादियां और विवाह भी खूब हो रहे हैं और किसानों को उसके साथ-साथ गेहूं की बुआई के लिए खाद, बीज आदि खरीदने की जरूरत है। ऐसे में मिल द्वारा त्वरित भुगतान किए जाने से गन्ना किसान लाभान्वित होंगे।
उन्होंने गन्ना किसानों से अपील की कि वे चीनी मिल में लाने के लिए गन्ने की कटाई पर्ची मिलने के बाद ही शुरू करें। मिल को ताजा और साफ-सुथरे गन्ने की आपूर्ति से चीनी के परते में वृद्धि होती है। उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी प्रजाति का गन्ना बोने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में किसान गोष्ठियों का आयोजन भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के अगले वर्ष का बेसिक कोटा उनके द्वारा चीनी मिल में बेचे गए गन्ने के आधार पर ही तय होगा। इसलिए वे इधर-उधर गन्ने को ना बेचकर त्रिवेणी चीनी मिल को ही गन्ने की आपूर्ति करें।