अन्तिम संस्कार से रोकने, जातिसूचक शब्द कहने पर बाल्मिकी समाज में रोष, आरोपी के खिलाफ कार्यवाही की मांग

शि.वा.ब्यूरो, खतौली। अन्तिम संस्कार के लिए शमशानघाट में जाते हुए बाल्मिकी समाज के लोगों को जबरन रोकने, जाति सूचक शब्द कहने व जान से मारने की धमकी देने से बाल्मिकी समाज में रोष है। गांव निवासी दीपक ने कोतवाली में तहरीर देते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की है।  

तहरीर के अनुसार गत 09 नवंबर को दोपहर लगभग 12 बजे निकटवर्ती ग्राम भैंसी निवासी वाल्मीकि समाज के लोग ब्रजपाल, सोनू, मुकेश व खतौली निवासी सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सुधीर घामा आदि मृतक बाबू पुत्र ईश्वर वाल्मीकि का शव ग्राम भैंसी की शमशान भूमि मे अंतिम संस्कार के लिए ले जा रहे थे। आरोप है कि तभी गांव के प्रधान अमित अहलावत, आकाश, शिवा, सन्जू व अन्य अज्ञात ने अपनी दबंगता दिखाते हुए हाथों मे लाठी डंडे लेकर वाल्मीकि समाज की शव यात्रा को जबरन रोक दिया। इतना ही नहीं बाल्मिकी समाज के लोगों के लिए जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए चेतावनी भरे स्वर मे कहा भंगी, चूहडो तुम्हारे मुर्दे का अंतिम संस्कार यहां नहीं होगा, यहां केवल हम लोग ही अंतिम संस्कार कर सकते हैं। तुम्हारे यहां अंतिम संस्कार से यह भूमि अपवित्र हो जायेगी। 

वाल्मीकि समाज के लोगों ने इस घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दी। कोतवाल ब्रिजेश कुमार शर्मा, तहसीलदार श्रृद्धा गुप्ता, लेखपाल अमित कुमार आदि मौके पे पहुंचे और दबंग ग्राम प्रधान अमित अहलावत को समझाने का सफल प्रयास किया, लेकिन उसने किसी की नही सुनी और उपरोक्त प्रसाशनिक अधिकारियों की मौजूदगी मे वाल्मीकि समाज के मुकेश पुत्र नखली को जाति सूचक शब्द चूहडा भंगी कहता रहा। इतना ही नहीं कथित दबंगों ने ऐलानिया धमकी भी दे डाली कि भविष्य में भी यहां वाल्मीकि समाज के किसी भी मृतक का अंतिम संस्कार नहीं होने देगा। 

पुलिस प्रशासन ने प्रधान को समझा-बुझाकर वाल्मीकि समाज के शव का अंतिम संस्कार तो करा दिया, लेकिन सारा घटनाक्रम अधिकारियों के सामने घटा, लेकिन दोषियों के खिलाफ कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की गयी। आरोप है कि कथित दबंग लोग दीपक बाल्मिकी को जान से मारने की धमकी दे रहे है कि यदि थाना-कचहरी की तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। दीपक ने अपनी तहरीर में कहा है कि ग्राम प्रधान अमित अहलावत ने लगभग आठ माह पूर्व भी ग्राम निवासी सोनू वाल्मीकि को बंधक बनाकर पीटा था। उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर घामा के हस्तक्षेप के बाद पीडित को बंधनमुक्त कराया जा सकता था।

पीड़ित ने समाज से जातिगत भेदभाव रखने वाले और आये दिन समाज पर अत्याचार करने वाले असमाजिक व्यक्ति की ग्राम प्रधान सदस्यता समाप्त करने सहित अपनी जान माल की सुरक्षा की गुहार गुहार लगाते हुए जातिगत भेदभाव की मानसिकता वाले दबंग आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं मे मुकदमा पंजीकृत करके कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।

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