शि.वा.ब्यूरो, अहमदाबाद। अब पेंशनरों को जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए कोषागार, बैंक या अन्य किसी विभाग में जाने की जरूरत नहीं है। पेंशनर अपने नजदीकी डाकघर के पोस्टमैन या ग्रामीण डाक सेवक के माध्यम से डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट जारी करवा सकते हैं। इसके लिए मात्र 70 रुपये का शुल्क निर्धारित किया गया है। यह प्रमाण पत्र स्वतः संबंधित विभाग को ऑनलाइन पहुंच जाएगा। इससे पेंशन मिलने में कोई रुकावट नहीं आएगी। उक्त जानकारी राजकोट प्रधान डाकघर में इंडिया पोस्ट पेमेंटस बैंक द्वारा आयोजित डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र शिविर में सौराष्ट्र एवं कच्छ परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने दी। इस अवसर पर राजकोट मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर एसके बुनकर, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के सीनियर मैनेजर संदीप मौर्या और सीनियर पोस्टमास्टर राजकोट अभिजीत सिंह भी उपस्थित रहे।
पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के माध्यम से केंद्र व राज्य सरकार सभी विभागों के पेंशनरों को घर बैठे डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट प्रदान करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। 30 नवंबर तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 वृहद रूप से चलेगा। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने 2020 में केंद्रीय, राज्य और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पेंशनरों के लिए जीवन प्रमाण जनरेट करने के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की डोरस्टेप सेवा की शुरुआत की, जो कि पेंशन व पेंशनर्स कल्याण विभाग और राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र के समन्वय में है। इस पहल का उद्देश्य फेस ऑथेंटिकेशन (चेहरा प्रमाणीकरण) तकनीक और फिंगरप्रिंट बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की डिजिटल प्रक्रिया के उपयोग को बढ़ावा देना है, जिससे सभी पेंशनरों, विशेष रूप से दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वालों को सुविधाजनक सेवाएं मिल सकें। पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि पेंशनर इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए अपने क्षेत्र के पोस्टमैन के साथ-साथ पोस्ट इन्फो मोबाइल एप (https://ccc.cept.gov.in/ServiceRequest/request.aspx) द्वारा ऑनलाइन अनुरोध भी कर सकते हैं। इसके लिए पेंशनर को आधार नंबर, मोबाइल नंबर, बैंक या डाकघर बचत खाता नंबर और पीपीओ नंबर देना होगा। प्रमाण पत्र जनरेशन प्रक्रिया पूरी होने पर, पेंशनर को उनके मोबाइल नंबर पर एक पुष्टि एस.एम.एस प्राप्त होगा और प्रमाण पत्र को https://jeevanpramaan.gov.in/ppouser/login पर अगले दिन के बाद ऑनलाइन देखा जा सकेगा।
बता दें कि पेंशनरों को प्रत्येक वर्ष सामान्यतया नवंबर और दिसंबर माह में कोषागार, बैंक या संबंधित विभाग में जीवन प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होता है। इसके लिए दूरदराज इलाके के पेंशनरों को कोषागार आने में कई बार कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है एवं यात्रा आदि में भी काफी व्यय होता है। ऐसे में डाक विभाग की इस पहल से पेंशनरों को काफी सहूलियत मिलेगी। इसके साथ-साथ पेंशनर डाकिया के माध्यम से घर बैठे पेंशन की धनराशि आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम के माध्यम से अपने बैंक खाते से निकाल सकते हैं।