परिवार और समाज की अहमियत को समझाने का प्रयास है आदित्य नागरथ का काव्य संग्रह कुटुंब-परिवार ही है संसार

शि.वा.ब्यूरो, चंडीगढ़। संयुक्त काव्य संग्रह का विमोचन कुटुंब परिवार ही है ंसार का विमोचन चंडीगढ़ के राज्य पुस्तकालय सेक्टर 34 में हुआ। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों और समाज से सरोकार रखने वाली संस्थाओं के सदस्यों ने शिरकत की। पुस्तक में अनेक विद्वान लेखकों ने अपना अमूल्य योगदान दिया। 

इस पुस्तक का प्रमुख उद्देश्य वर्तमान समय में समाज की नींव परिवार संस्था में आए बदलावों और उसको मजबूत करने के लिए विद्वानों ने अनेक विचार पेश कर लोगों का मार्गदर्शन किया। इस पुस्तक के माध्यम से युवा पीढ़ी को परिवार और समाज की अहमियत को समझाने का प्रयास किया है। पुस्तक विमोचन के इस अवसर पर संपादक और लेखक आदित्य नागरथ परिवार के महत्व पर अपने विचार पेश कियें और समस्त लेखक का धन्यवाद किया। उन्होंने अपनी कविता और कहानियों के माध्यम से परिवार के महत्व और परिवार की जीवन में भूमिका पर अपनी रचनाएं पढ़ी। इस अवसर पर राज्य स्तरीय सम्मान से उपन्यासकार यशपाल शर्मा विशेष रूप से मौजूद रहे।

यशपाल शर्मा ने परिवार में वृद्धो की स्थिति चिंतन करते हुए अपने विचार पेश किये। इस अवसर पर अर्चना, प्रीति शर्मा असीम, कमलदीप कौर बरियार, महिपाल सिंह, महेंद्र प्रसाद मौर्य, पूजा उपाध्याय, रेनू नागर व शिशुपाल कुमार आदि ने परिवार के महत्व को दर्शाती अपनी रचनाओं से समाज और जीवन में परिवार के महत्व को दर्शाती अपनी काव्य कृति की प्रस्तुति दी। 

इस अवसर पर प्रीति शर्मा असीम ने काव्य संग्रह के विषय में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह संग्रह वर्तमान समय में परिवार के महत्व को और ज्यादा सशक्त करने में सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि आज समाज परिवारों के जिस बिखराव से गुजर रहा है।यह पुस्तक मानव समाज को प्रेरणा देने के लिए मील का पत्थर साबित होगी।

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