चिबिटा-बिछिया मे होगा भगवान् विष्णु के 12 अवतार का महायज्ञ

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। चिबिटा-बिछिया में होगा भगवान विष्णु के 12 अवतार का महायज्ञ: वैदिक परंपराओं और भक्ति से गूंजेगा क्षेत्र के लिए दिनरात तैयारी चल रही है। काछाड़ जिले के चिबिटा-बिछिया गांव में 3 फरवरी से 7 फरवरी तक भगवान विष्णु के 12 अवतारों का वैदिक महायज्ञ आयोजित किया जाएगा। इस ऐतिहासिक आयोजन में 121 देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा, 16 प्रहर हरिनाम कीर्तन, श्रीकृष्ण लीला और रासलीला सहित कई भव्य धार्मिक अनुष्ठान होंगे। 

समारोह के मुख्य संचालक हीरालाल कुमार ने बताया कि उन्हें स्वप्न में इस महायज्ञ की प्रेरणा मिली। स्वप्न को भगवान का आदेश मानकर उन्होंने गांववासियों के साथ चर्चा की। सभी ग्रामवासियों ने इसे भगवान की इच्छा मानकर महायज्ञ की तैयारी शुरू कर दी। आयोजन के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है, जिसमें अध्यक्ष शंकु देव, सचिव बिट्टू राय, सह सचिव बिट्टू नमशूद्र, सह संचालक श्यामलेंदु राय और हीरालाल कुमार मुख्य संचालक की भूमिका निभा रहे हैं।
प्रमुख कार्यक्रमों का विवरण देते हुए आयोजकों ने बताया कि 3 फरवरी: मध्यान्ह 1 बजे कलश यात्रा से शुभारंभ होगा। शाम 5 बजे गंगा पूजा और 121 देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा होगी। 4 फरवरी: 16 प्रहर हरिनाम संकीर्तन।
5 फरवरी: श्रीकृष्ण लीला और रासलीला। 6 फरवरी: वैदिक महायज्ञ और पूर्णाहुति। 7 फरवरी: विसर्जन समारोह होंगे। अखंड रामायण पाठ, भगवद गीता, शिव पुराण और विष्णु सहस्रनाम का पाठ किया जाएगा। साथ ही, प्रतिदिन महाप्रसाद का वितरण होगा। आयोजन के लिए मूर्तिकार अक्षय पाल 121 देवताओं की भव्य मूर्तियां तैयार कर रहे हैं, जिन पर करीब ₹3 लाख का बजट रखा गया है।
स्थानीय निवासी गौतम कुमार ने बताया, “हम सभी ग्रामवासी हीरालाल के संकल्प के साथ हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हम भगवान के इस आदेश को पूरा करने का हिस्सा बन रहे हैं। ग्रामवासी मिंटू दास ने कहा, “हमने अपने दैनिक कार्यों को छोड़कर महायज्ञ को सफल बनाने में अपनी पूरी शक्ति लगा दी है। यह भगवान की कृपा है कि यह आयोजन निश्चित रूप से सफल होगा। रतनपुर के वरिष्ठ समाजसेवी गंगा चरण बांसफोर ने कहा कि हीरा जी ने बहुत कठिन कार्य का संकल्प लिया है, हम सभी ग्राम वासी मिलजुल कर इसे पूरा करेंगे।
समिति ने सभी श्रद्धालुओं से इस अद्वितीय आयोजन में भाग लेकर इसे सफल बनाने की अपील की है। पुरोहित दीपक उपाध्याय के मार्गदर्शन में यह आयोजन धार्मिकता और भक्ति का नया अध्याय रचने को तैयार है। यह पहली बार है जब चिबिटा-बिछिया में इतने भव्य स्तर पर वैदिक महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। यह आयोजन न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक साबित होगा।

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