मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। जिला आयुक्त मृदुल यादव की अध्यक्षता में जिला आयुक्त कार्यालय, कछार के नए सम्मेलन कक्ष में एक महत्वपूर्ण जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य विभिन्न मापदंडों पर सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग (पीएचई) संयंत्रों की स्थिति का आकलन करना और स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण (एसबीएम-जी) की प्रगति का मूल्यांकन करना था। बैठक में कछार जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रणब कुमार बोरा, अतिरिक्त जिला आयुक्त (जल जीवन मिशन) डॉ. ध्रुबज्योति हजारिका, अतिरिक्त जिला आयुक्त (नगर पालिका) वन लाल लिम्पुइया नामपुई, सहायक आयुक्त सह शाखा अधिकारी, कछार अंजलि कुमारी और सिलचर पीएचई डिवीजन I और II के कार्यकारी अभियंताओं सहित प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया। असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (APDCL), असम स्टेट रूरल लाइवलीहुड मिशन (ASRLM) और SBM-G के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
बैठक के दौरान, सिलचर PHE डिवीजन I और II द्वारा व्यापक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिसमें पाइप जलापूर्ति योजनाओं (PWSS) की संख्या, भौगोलिक सूचना प्रणाली (GIS) कार्यान्वयन की प्रगति और जल मित्रों को भुगतान की स्थिति जैसे प्रमुख मापदंडों पर प्रकाश डाला गया। चर्चा में PHE और पंचायत एवं ग्रामीण विकास (PnRD) विभागों के सामने बिजली कनेक्शन की चुनौतियों पर भी चर्चा की गई, जिसमें APDCL के प्रतिनिधियों ने उठाए गए मुद्दों को संबोधित किया। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण और हर घर जल के तहत चल रही पहलों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। ASRLM और SBM-G के अधिकारियों ने अपने-अपने कार्यक्रमों पर अपडेट प्रदान किए, उनके सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक का समापन हर घर जल और SBM-G के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी हितधारकों के बीच सहयोग और समन्वय के महत्व पर ज़ोर देते हुए हुआ। डीसी मृदुल यादव ने भी प्रतिभागियों के योगदान की सराहना की और उनसे कछार में सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता की बेहतरी के लिए सामूहिक रूप से काम करने का आग्रह किया।