मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 170 बटालियन के जवानों ने त्वरित सोच और करुणा का अद्भुत प्रदर्शन करते हुए एक महिला और उसके नवजात शिशु को संकटपूर्ण स्थिति में बचाया।लगभग 1310 बजे कांस्टेबल सद्दाम हुसैन और कांस्टेबल/ड्राईवर राजेश कुमार 170 बटालियन सिलचर मेडिकल कॉलेज से एम्बुलेंस में लौट रहे थे, जब उन्होंने सिलचर के ग्रीन हील्स अस्पताल के पास सड़क के किनारे एक महिला को पड़ा हुआ देखा। उसके पास एक नवजात बच्ची पड़ी हुई थी। घटनास्थल पर मौजूद राहगीर केवल अपने फोन पर इस संकटपूर्ण स्थिति को रिकॉर्ड कर रहे थे, लेकिन किसी ने भी मदद के लिए तत्काल कोई कदम नहीं उठाया।
मां और नवजात दोनों के जीवन के लिए आसन्न खतरे को भांपते हुए, बीएसएफ कर्मियों ने तत्काल और निर्णायक कार्रवाई की। उन्होंने मां और बच्चे को तुरंत सिलचर स्थित जीवन ज्योति आयुर्विज्ञान संस्थान ले गए, जहां उन्हें 1315 बजे भर्ती कराया गया। बीएसएफ जवानों के समय पर हस्तक्षेप से मां और नवजात शिशु दोनों को तुरंत चिकित्सा सुविधा मिली और फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। कांस्टेबल सद्दाम हुसैन और कांस्टेबल/ ड्राईवर राजेश कुमार के निस्वार्थ प्रयासों की जीवन ज्योति अस्पताल की डॉ. मोनिका और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने समय पर और जीवन रक्षक हस्तक्षेप के लिए सराहना की। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) न केवल सीमा पर, बल्कि समुदाय के भीतर भी जरूरत के समय सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि जब और जहां भी आवश्यक हो, मानव जीवन की सुरक्षा के लिए हमेशा समर्पण का प्रदर्शन करने हेतु तैयार रहता है।