औद्योगिकीकरण और शाकंभरी देवी को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने पर है फोकस

गौरव सिंघल, सहारनपुर। कारोबार, खेती, उद्योग, शिक्षा, धार्मिक एवं सियासी लिहाज से सहारनपुर मंडल खासकर अपना सहारनपुर जनपद में विशेष महत्व रखता है। उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला दिल्ली के नजदीक है। यहां के सियासी मिजाज का असर राष्ट्रीय राजनीति पर साफ दृष्टिगोचर होता है। इंदिरा जी, अटल बिहारी वाजपेयी, पीवी सिंह, चौधरी चरण सिंह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से सहारनपुर को सदैव तवज्जो मिली है और मिलती है। उत्तराखंड, हरियाणा, हिमाचल, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के सहारनपुर से गहरे कारोबारी रिश्ते है। सहारनपुर उत्तम क्वालिटी की चीनी, स्वादिष्ट और सुगंधित बासमती चावल, लकडी की नक्काशी के उत्कृष्ट उत्पाद, हौजरी एवं सर्राफा व्यवसाय, आईटीसी की सिगरेट फैक्ट्री, स्टार पेपर मिल, गुणवत्ता परक चिकित्सा-शिक्षा एवं उच्च शिक्षा, मां शांकभरी देवी एवं देवबंद में स्थापित श्री त्रिपुर मां बाला सुंदरी देवी शक्तिपीठ, इस्लामिक शिक्षण केंद्र दारूल उलूम देवबंद, एशिया की सबसे बडी रशीदिया मस्जिद के लिए विश्व भर में अपनी विशिष्ठ पहचान रखता है।

सहारनपुर के लिए उम्मीद और आकांक्षाओं से लबरेज बात यह है कि 62 वें जिलाधिकारी के रूप में सार्वजनिक सेवा के लिए जुनूनी और सकारात्मक बदलाव को समर्पित आईएएस मनीष बंसल के रूप में लोकप्रिय प्रशासनिक अफसर मिला है। वह कहते है कि सहारनपुर एक उभरता हुआ वाणिज्यिक केंद्र है। जहां औद्योगिकीकरण की बेहतर संभावना है। वह इसे चुनौती के रूप में ले रहे है। मां शांकभरी देवी स्थल पर हजारों श्रद्धालु आते है। वह उस क्षेत्र को उत्कृष्ट पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कराएंगे। 
नागरिकों को बुनियादी सुविधांए मुहैया कराने में वह 26 जून 2024 से जिलाधिकारी का पद गृहण करने के बाद से ही तत्परता से लगे है। डीएम मनीष बंसल के सक्षम नेतृत्व ने सहारनपुर के उज्जवल भविष्य की आशा रखते है। ईमानदार और समर्पण के साथ प्रेरित नेतृत्व करने से जिले के नागरिक और नौकरशाही नतीजों को लेकर बहुत आश्वस्त है। सहारनपुर के मेयर डा. अजय सिंह, नगरायुक्त संजय चौहान, स्मार्ट सिटी को उसके तबके के मुताबिक विकसित करने में विशिष्ठ भूमिका निभा रहे है। सहारनपुर मंडल के चीनी उद्योग को गन्ना आयुक्त ओमप्रकाश सम्वर्धित और प्रोत्साहित कर रहे है। सहारनपुर में वुडकार्विंग उद्योग के जनक माने-जाने वाले परिवार की वर्तमान पीढी के अगुवा मोहम्मद असलम सैफी अपने कारोबार को देश की संपत्ति मानकर उत्कृष्ट उत्पाद पूरे विश्व को निर्यात करते है और हजारों हाथों को काम और रोजी-रोटी सम्मान और गरिमा के साथ मुहैया कराने में लगे है। चीनी का कटोरा माने-जाने वाले इस क्षेत्र की त्रिवेणी चीनी मिल प्रदेश में गुणवत्ता परक चीनी बनाती है। उसके कुशल यूनिट हेड पुष्कर मिश्र ने समय से गन्ना भुगतान करने और किसानों को तमाम जरूरी सुविधांए उपलब्ध कराकर त्रिवेणी शुगर ग्रुप को भारत में ऊंचाइयों पर पहुंचाने का काम करके नई मिसाल पेश की है। 
पदमश्री से सम्मानित प्रगतिशील किसान चौधरी सेठपाल और योग गुरू भारत भूषण, स्वामी शांतनु जी महाराज, स्वामी दीपांकर जी महाराज, देवबंद के हरदिल अजीज चिकित्सक डा. डी.के जैन, जामिया तिब्बिया के संचालक एवं प्रबंधक डा. अनवर सईद, डा.अख्तर सईद, देवबंद के दूनवैली पब्लिक स्कूल के प्रबंधक राजकिशोर गुप्ता, जनता इंटर कालेज के प्रबंधक दीपक राज सिंघल, भायला पीजी भायला के अध्यक्ष ठाकुर श्याम कुमार रावत और त्रिवेणी शुगर मिल के प्रमुख पुष्कर मिश्र अपने-अपने क्षेत्र में भरपूर योगदान दे रहे है और सहारनपुर जिले की अग्रणी शख्सियतों में शुमार है। सहारनपुर मंडल के अनिल कुमार, जसवंत सैनी, कुंवर बृजेश रावत, कपिल देव अग्रवाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में शामिल है। तीनों युवा है और प्रदेश की सेवा में समर्पित है। मंडल के पांचों सांसद इमरान मसूद, चंदन चौहान, इकरा हसन, हरेंद्र मलिक, और चंद्रशेखर आजाद पहली बार लोकसभा में पहुंचे है। चंदन चौहान भाजपा-रालोद के इस मंडल में अकेले चुने गए सांसद है। सब जगह के लोगोें की उनके यहां आमद होने से चंदन चौहान के कंधे पर खुद को साबित करने की चुनौती है। जिसे पूरा करने में वह दिन-रात लगे है। उन्होंने आम जन के साथ-साथ सत्ता शिखर में भी अपनी मौजूदगी दर्ज की है।

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