गौरव सिंघल, सहारनपुर। सोमवार को एक दलित परिवार द्वारा सूदखोरों के उत्पीड़न से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास करने के प्रकरण में परिवार के मुखिया विकास की पत्नी 35 वर्षीय रजनी और बेटे डेढ़ वर्षीय पुत्र विवेक की जान चली गई। इस मामले में परिजनों और सैकड़ो लोगों ने आज जिलाधिकारी मनीष बंसल और बाद में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई। इस मामले में सांसद इमरान मसूद ने दुख जताया और परिजनों को मदद और न्याय दिलाने का भरोसा दिया।
जिलाधिकारी मनीष बंसल से मिलने के बाद गांव नंदी निवासी बृजमोहन कटारिया ने बताया कि विकास के पिता कर्म सिंह की ओर से डीएम, एसएसपी को दी तहरीर में कहा गया है कि उनका पुत्र विकास मेहनत, मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण कर रहा है। आर्थिक तंगी के चलते उसकी पत्नी रजनी ने रोजगार के लिए चैतन्य इंडिया फिन क्रेडिट प्रा. लि. बेंगलुरु फ्यूजन कस्टमर लोन लि. एवं दिशा इंडिया माइक्रो क्रेडिट लि. आदि से करीब चार लाख रूपया कर्ज लिया हुआ था। रोजगार न चलने के कारण उनका पुत्र विकास और उसकी पत्नी रजनी कर्ज की किस्त समय पर नहीं दे पा रहे थे। जिससे इन फाइनेंस कंपनियों के कर्मचारी और प्रबंधक उनके घर आकर वसूली का दबाव बनाते थे और हर तरह से उनका उत्पीड़न करते थे। उनके दुर्व्यवहार से अपमान महसूस होने के चलते विकास और उसकी पत्नी एवं तीन बच्चों छह वर्षीय परी, तीन वर्षीय पलक और डेढ वर्षीय विवेक ने सोमवार दोपहर को जहर खा लिया, जिसमें विवेक और उसकी मां रजनी की मौत हो चुकी है और अन्य तीन परिजनों का निजी अस्पतालों में उपचार चल रहा है। कर्म सिंह ने उनके परिजनों को जहर खाने के लिए विवश करने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने और पीडित परिवार की आर्थिक सहायता की मांग की।
डीएम मनीष बंसल ने घटना पर दुख जताया और पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का भरोसा दिया। मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक ध्रुवकांत ठाकुर ने बताया कि पुलिस इस मामले में तहरीर के आधार पर कार्यवाही करेगी। परिजन आज पहली बार सामने आए और तहरीर देकर अधिकारियों को पूरी घटना की जानकारी दी। उधर मां जगदंबा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में उपचाराधीन 45 वर्षीय विकास की हालत में आज काफी सुधार दिखाई दिया। डॉक्टर अंशुल ने बताया कि विकास की किडनी और लीवर जहर से प्रभावित हुए है। वह आईसीयू में भर्ती है और होश में है। एसएसपी के निर्देश पर एसएचओ गागलहेडी सुरेश कुमार ने अस्पताल पहुंचकर मामले की जानकारी ली।