गौरव सिंघल, सहारनपुर। साढ़े छह करोड़ की लागत से तीन साल पहले कस्बा रामपुर मनिहारान में गंभीर पशुओं के जांच एवं इलाज आदि के लिए बनाया गया मंडल स्तरीय राजकीय पशु चिकित्सालय को अभी भी अत्याधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ पशु चिकित्सकों और मशीनों को चलाने वाले विशेषज्ञों का इंतजार है। इस संबंध में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मदन पाल सिंह ने बताया कि उनकी ओर से इस बारे में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के पशु चिकित्सा विभाग को स्मरण पत्र भेजा जा चुका है लेकिन वहां से अभी तक कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं आई है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी मदन पाल सिंह ने बताया कि इस केंद्र पर गंभीर बीमारियों से पीड़ित पशुओं का एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, रक्त, यूरिन और गोबर की जांच की व्यवस्था होनी थी और इसके लिए बड़ी प्रयोगशाला बनाई गई है लेकिन सरकार अभी तक वहां मशीनों की व्यवस्था नहीं कर पाई है। पशुओं की जांच के नमूने अभी भी मथुरा और करनाल प्रयोगशालाओं में भेजे जा रहे हैं। कई मामलों में यह हुआ है कि रिपोर्ट आने से पहले ही पशुओं की मौत हो गई है। क्लीनिक में पशुओं की सर्जरी, पोस्टमार्टम के लिए लाने ले जाने को एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं है। जबकि यहां दो एंबुलेंस की अति आवश्यकता है। पशु पालकों ने जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाया कि वे इतने महत्वपूर्ण पशु चिकित्सालय की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं वहीं संजय वालिया, रवि कुमार, ओंकार सिंह आदि ने जिलाधिकारी मनीष सिंह से मांग की कि राजकीय पशु चिकित्सालय को आत्याधुनिक मशीनें और उन्हें चलाने के लिए तकनीशियों को उपलब्ध कराने का काम करें।