हरीश रावत का दो टूकः देश के कमजोर वर्ग को ऊपर उठाने के लिए जातिगत गणना सटीक माध्यम

गौरव सिंघल, छुटमलपुर। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देश के कमजोर वर्ग को ऊपर उठाने के लिए जातिगत गणना सटीक माध्यम है। उन्होंने कहा कि देश में वंचित वर्ग का शोषण बढ़ा है और सरकार इसे रोक पाने में विफल रही है। देहरादून से भगवानपुर जाते समय कुछ देर के लिए हरीश रावत छुटमलपुर में कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय महासचिव मुजतबा एडवोकेट के निवास पर रुके। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि जातीय जनगणना से ही सुविधाओं से वंचित वर्ग की आर्थिक और सामाजिक हालत का ठीक आंकलन सामने आ सकेगा। इसके बाद उनके जीवन स्तर में सुधार संभव है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शक्तिशाली नेता ने बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान किया, लेकिन पार्टी ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। यह भाजपा की मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि देश में आज किसान, मजदूर, महिलाओं और अनुसूचित जाति के लोगों पर अत्याचार बढ़े हैं। हरीश रावत ने कहा कि गन्ना मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल होना चाहिए। किसान को अपने हकों की मांग के लिए आंदोलन का सहारा लेना पड़ रहा है, यह सरकार की विफलता है। इससे पहले यहां पहुंचने पर अब्दुल हसीब, प्रधान नासिर, प्रधान फरमान मलिक, मनोज चैधरी, रामबीर सिंह, राव यूसुफ, नासिर सैफी, पारस चैधरी, अरशद मलिक आदि ने माल्यर्पण कर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का स्वागत किया।

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