शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। आज श्रीराम कॉलेज के सभागार में ‘‘एल्युमनी मीट-2025’’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के लगभग 1017 पुरातन विद्यार्थी, जो देश-विदेश में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर महाविद्यालय का नाम रोशन कर रहे है, ने प्रतिभाग किया। एल्युमनी मीट कार्यक्रम को दो सत्रो में विभाजित किया गया, जिसका प्रथम सत्र परिचय पत्र तथा दूसरा सत्र तकनीकी सत्र रहा। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सांसद चंदन सिंह चौहान, कार्यक्रम अध्यक्ष एवं श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के चैयरमेन डॉ0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ, श्रीराम कॉलेज निदेशक डॉ0 अशोक कुमार, श्रीराम कॉलेज की प्राचार्य डॉ0 प्रेरणा मित्तल, डीन एकेडमिक्स डॉ0 विनीत कुमार शर्मा, डीन मैनेजमेंट डा0 सौरभ मित्तल एवं सभी एल्युमनाई (पुरातन विद्यार्थियो) ने मिल कर द्वीप प्रज्जवलित कर किया।
इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत पॉलिटैक्निक के छात्र-छात्राओं द्वारा पारम्परिक रूप से गणेश वन्दना प्रस्तुत कर की। इसके पश्चात वाणिज्य विभाग की छात्रा ज्योति द्वारा ’’घूमर-घूमर’’ गीत पर नृत्य कर कार्यक्रम मे मौजूद पुरातन विद्यार्थियों का मन मोह लिया। इसके बाद बिजनेस एडमिनिस्टेªशन के छात्र सोहेल आलम ने ’’कभी आसां कभी मुस्किल’’ गीत पर सोलो डांस कर मैदान में उपस्थित जनसमूह का ध्यान आकर्षित किया। इसके बाद पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों द्वारा ’’रेट्रो-मेट्रो’’ बॉलीवुड मैशअप थीम पर सामूहिक नृत्य की जोरदार प्रस्तुति दी गई। इस अवसर पर पुरातन छात्रों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।
इस एल्यूमनाई मीट का प्रथम सत्र परिचय सत्र रहा जिसमें पुरातन विद्यार्थियों ने अपने बारे में विस्तार से परिचय देते हुए अपने कार्य क्षेत्र के अनुभव सांझा किये व श्रीराम कॉलेज से जुडी भावनात्मक यादो को भी ताजा किया। उन्होने कहा कि यॅहा पढते हुए सीखी गयी विभिन्न बाते आज भी कार्य क्षेत्र में हमे बहुत मद्द दिलाती है। सभी ने बडे जोश और जज्बे से वर्तमान विद्यार्थियों के साथ अपने अनुभव सांझा किये व पुरातन विद्यार्थियो ने कॉलिज के विद्यार्थियों को रोजगार एवं शिक्षा के क्षेत्र में पूर्ण मद्द देने का भी वादा किया। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए श्रीराम कॉलेज द्वारा पूर्व विद्यार्थियों की एक समिति का भी गठन किया गया।
द्वितीय सत्र तकनीकी सत्र रहा, जिसमें अलग-अलग विभागो के पुरातन विद्यार्थियों ने वर्तमान में शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों व विभाग के प्रवक्ताओं के साथ इस सत्र में प्रतिभाग किया। इस सत्र का उद्देश्य पुरातन विद्यार्थियों के साथ वर्तमान विद्यार्थियों का परिचय कराना व कार्य क्षेत्र में वह किस प्रकार अपने जूनियर्स की मद्द कर सकते है इन सब बातों पर विचार किया गया, जिसमें अलग-अलग क्षेत्रो में कार्य कर रहे पुरातन विद्यार्थियों ने कॉलिज के विद्यार्थियों को कार्यक्षेत्र में आने वाली चुनौतियों के बारे मंे बताया कि व्यवसायिक क्षेत्र में सशक्त एवं मजबूत रोजगार का क्षेत्र प्राप्त करने के लिए अनेक ऐसी योग्यताएं एवं कौशलता एवं गुणो का विकास करना जरूरी है जो कार्य क्षेत्र में आपको सशक्तता प्रदान कर सके। उन्होने विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान को बढाने की सलाह देते हुए कहा कि आगे जाकर आपका तकनीकी ज्ञान आपके कार्यक्षेत्र में आपको मजबूती प्रदान करेगा, जिसकी सहायता से आपको विभिन्न रोजगार के अवसर प्राप्त होगे व आप महाविद्यालय का नाम राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर सकोगे।
आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि,लोकसभा क्षेत्र बिजनौर के सांसद और कॉलेज के पुरातन छात्र चंदन सिंह चौहान ने अपने संबोधन की शुरुआत कॉलेज में अपने छात्र जीवन की यादों के झरोखें से की। उन्होंने कहा कि ये कॉलेज सिर्फ शिक्षा का मंदिर ही नहीं बल्कि एक बहुत बड़ा विज़न है जिसने क्षेत्र में शिक्षा क्रांति की एक अलख जगाई है। उन्होंने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि में इस महाविद्यालय का छात्र हूं मुजफ्फरनगर जैसे क्षेत्र में इतनी सुलभ शिक्षा के साथ समाज के हर आयाम की शिक्षा देना बड़ी बात है इसके लिए कॉलेज चेयरमैन और मेरे गुरु एस सी कुलश्रेष्ठ जी बधाई के पात्र है । आज आयोजित एलुमनाई मिट में आकर मुझे बेहद प्रसन्नता हुई है। यहां अध्यनरत विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण के लिए हम सभी पुरातन छात्र एकजुट होकर काम करेंगे और महाविद्यालय को सफलता के चरम पर लेकर जाएंगे ।
इस अवसर पर श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलिजेज के चौयरमेन डा0 एस0सी0कुलश्रेष्ठ ने कहा कि आज के समय में ज्ञान के साथ-साथ व्यवहार को ज्यादा अहमियत दी जाती है और व्यवहार एक दूसरे के साथ वार्तालाप एवं मेल जोल के बाद ही बनता है। इसी व्यवहारिकता ज्ञान को बढावा देने के लिए श्रीराम कॉलेज प्रतिवर्ष एल्युमनाई मीट का आयोजन करता है, जो निश्चित ही वर्तमान एवं पुरातन छात्रों को एक साथ काम करने के लिए प्रेरित करती है। उन्होने हर्ष व्यक्त किया कि पुरातन छात्र वर्षों बाद मिल कर कैंपस में साथ बिताए दिनों को याद कर रहे है साथ ही नए छात्र-छात्राओं को करियर की संभावनाओं की जानकारी भी दे रहे है।
इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा प्रेरणा मित्तल ने कहा कि मुजफ्फरनगर जनपद में श्री राम कॉलिज जिस प्रकार शिक्षा को निरन्तर नये आयाम प्रदान कर रहा है उसी के साथ-साथ पुराने विद्यार्थियों को महाविद्यालय के वर्तमान विद्यार्थियों से जोडने के लिए एक छोटी सी पहल की गयी थी, जो आज एक विशाल वृक्ष का रूप ले चुकी है। हमारे पुरातन विद्यार्थी प्रतिभाओं के धनी है व अपने-अपने क्षेत्र में विभिन्न उच्च पदो पर कार्यरत है तथा अपनी सेवायें प्रदान कर रहे है। ऐसे विभिन्न विद्यार्थी है जो निश्चित ही अपने जूनियर साथियों को ‘‘साथी हाथ बढाना’’ की नीति के माध्यम से शिक्षा एवं रोजगार क्षेत्र में पूर्ण सहयोग प्रदान करेगे। उन्होने कहा कि अलग-अलग विभागों के विद्यार्थियों के साझा सहयोग से भविष्य में प्रोजेक्ट कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा और हमारा यह प्रयास निश्चित ही भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा।
इस अवसर पर श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा अशोक कुमार ने सभी पूर्व छात्रों का स्वागत किया और अपने संबोधन में कहा कि कॉलेज हमेशा अपने पूर्व विद्यार्थियों को याद करता रहेगा तथा यह आशा भी व्यक्त की कि सभी पूर्व विद्यार्थी तन व मन से सहयोग करते रहेंगे। इस मीट में वर्ष 2004 से लेकर अब तक के पास आउट विद्यार्थियों ने महाविद्यालय से जुड़ी अपनी यादों व अनुभवों को साझा किया और महाविद्यालय द्वारा की गई इस एलुमनाई मीट की प्रशंसा की। सभी ने कहा कि यह सिर्फ हमारा कॉलेज नहीं है बल्कि हमारा परिवार है। यहीं से ही शिक्षा और संस्कार प्राप्त करके हम सब अपने जीवन में सफल हो पाए हैं। यहां के पूर्व विद्यार्थी विभिन्न प्रभावशाली पदों पर आसीन हैं।
कार्यक्रम में श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के निदेशक डा एसएन चौहान, श्रीराम कॉलेज के निदेशक डा अशोक कुमार, श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डा प्रेरणा मित्तल, देवेन्द्र चौधरी, बाहय प्रवेश समन्वयक, नीतू सिंह, डीन एकेडमिक्स डॉ0 सौरभ मित्तल, डा निशांत राठी, डॉ0 विवेक कुमार त्यागी, रवि गौतम, डॉ0 पूजा तोमर, डा श्वेता राठी, प्रमोद कुमार, सहित सभी डीन, विभागाध्यक्ष एवं प्रवक्तागण उपस्थित रहे।