गौरव सिंघल, सहारनपुर। जिलाधिकारी मनीष बसंल के निर्देश पर छोटे बच्चों को जीवन में शिक्षा के महत्व एवं शिक्षा के द्वारा जीवन में बदलाव लाने की प्रेरणा को जागृत करने के लिए जनपद के सभी परिषदीय विद्यालयों में आगामी 27 फरवरी को आई एम कलाम मूवी की स्क्रीनिंग की जाएगी। डीएम मनीष बसंल द्वारा निरंतर परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को उच्चतर करने के साथ विद्यार्थियों को ज्ञान-विज्ञान के क्षेत्र में जानकारी प्रदान करने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। जनपद के विद्यालयों में खगोल प्रयोगशालाएं भी बनाई गई हैं। जिसके द्वारा बच्चों में विज्ञान के क्षेत्र में दिलचस्पी बढ रही है और उनमें प्रारम्भिक शिक्षा के दौरान ही खेल-खेल में नवाचार एवं वैज्ञानिक प्रवृत्ति विकसित हो रही है।
आई एम कलाम एक ऐसे बच्चे की कहानी है जो भारत के पूर्व राष्ट्रपति, शिक्षक एवं मिसाइल मैन डॉ. कलाम से प्रेरित है। और जब वह उनके जैसा बनने का सपना देखता है तो उसके सामने आने वाली कठिनाइयों और परेशानियों के बारे में है। फिल्म से ये प्रेरणा मिलती है कि हर व्यक्ति दूसरों के जीवन में बदलाव ला सकता है। आई एम कलाम एक बच्चे के स्कूल के सपने की दिलचस्प कहानी है। यह फिल्म एक गरीब गांव के बच्चे के बारे में है जो खुद को पूर्व भारतीय राष्ट्रपति के नाम पर कलाम कहता है क्योंकि वह उनके जैसा बनना चाहता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमें सिखाती है कि अगर किसी बच्चे का दृढ़ संकल्प मजबूत है तो वह शिक्षा माध्यम से कुछ भी हासिल कर सकता है।