धर्मपरायण देवकीनन्दन जालान का निधन

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। धर्मपरायण एवं गिलहरी दान दाता देवकीनन्दन जालान का लंबी बिमारी के बाद अपने दोनों पुत्रों की उपस्थिति मे निजी अस्पताल मे बुधवार शाम को अंतिम सांस ली। जीवन भर संघर्ष करने के बाद शिलचर मे 1985 मे जालान मोटर के नाम से मोटर पार्ट्स का काम शुरू किया। दिनोंदिन प्रगति की तो धर्म कर्म एवं गिलहरी दान करते रहे।   अग्रवाल सेवा समिति के उपाध्यक्ष मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष भारत विकास परिषद के अध्यक्ष श्री नारायणी शक्ति मंडल के संस्थापक सहित कई संगठनों से जुड़े रहे। महापुरुषों के लेखों को संकलित करके एक पुस्तक छपवाई। महापुरुषों के लेख प्रेरणा भारती मे छपवाते रहे। राणी सती की पुस्तक छपवाई। सालभर तीर्थ यात्रा के साथ साथ छोटे छोटे दान करते थे। उनका अंतिम संस्कार रिश्तेदारों के आगमन के बाद शुक्रवार को किया जायेगा। धर्मपत्नी सुमित्रा देवी पुत्र पुष्पा विष्णु एवं राजेश जालान दामाद प्रकाश कानोङिया पौत्र मृदुल दोहिता प्रतिक सहित भरा पुरा परिवार छोड़ कर 83 साल की उम्र मे निधन हुआ। 

Post a Comment

Previous Post Next Post