शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के इंजीनियरिंग संकाय में लसीका फाइलेरिया (हाथी पाँव) के उन्मूलन पर व्याख्यान एवं जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री राम गु्रप ऑफ कॉलेजेज के संस्थापक डॉ0 एससी कुलश्रेष्ठ, मुख्य अतिथि एव वक्ता डॉ0 सुभाष चन्द शर्मा निदेशक डॉ0 एसएन चौहान, एवं डीन डॉ0 सुचित्रा त्यागी आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित करके किया। कार्यक्रम में निदेशक डॉ0 एसएन चौहान द्वारा मुख्य अतिथि डॉ0 सुभाष चन्द शर्मा का स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया गया।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ0 सुभाष चन्द शर्मा द्वारा लसीका फाइलेरिया (हाथी पाँव) के उन्मूलन को लेकर एक विशेष शैक्षिक सत्र और जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनता को इस रोग के खतरों, बचाव के उपायों और सरकार द्वारा चलाई जा रही रोकथाम योजनाओं के बारे में जानकारी देना था। इस सत्र को संबोधित करते हुए डॉ0 सुभाष चन्द शर्मा, पूर्व चेयरमैन आयूष विभाग, उत्तर प्रदेश, लखनऊ जो एक अनुभवी स्वास्थ्य विशेषज्ञ हैं, ने बताया कि लसीका फाइलेरिया, जिसे हाथी पांव रोग भी कहा जाता है, परजीवी कीड़ों के संक्रमण से होने वाली एक गंभीर बीमारी है। उन्होंने बताया कि यह मच्छरों के काटने से फैलती है और यदि समय रहते इलाज न किया जाए तो स्थायी विकलांगता का कारण बन सकती है। विशेषज्ञ ने इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों जैसे हाथ-पैर में सूजन, दर्द, त्वचा में मोटापन और संक्रमण के बार-बार होने के बारे में बताया।
उन्होंने इस बीमारी की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन योजना तहत प्रदान की जाने वाली मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन अभियान पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत, प्रभावित क्षेत्रों में सभी लोगों को मुफ्त दवा दी जाती है, जिससे संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है। अभियान के दौरान विशेषज्ञों ने शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से अपील की कि वे स्वास्थ्य विभाग द्वारा वितरित की जाने वाली दवाओं को जरूर लें और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें। उन्होंने बताया कि साफ-सफाई बनाए रखना, मच्छरदानी का उपयोग करना और रुके हुए पानी को हटाकर मच्छरों के प्रजनन को रोकना इस बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक है। इस जागरूकता अभियान में अधिकाधिक संख्या में शिक्षकों व छात्र-छात्राओं ने भाग लिया और स्वास्थ्य विशेषज्ञों से सीधे सवाल-जवाब कर अपनी शंकाओं का समाधान पाया। इस अवसर पर स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों, डॉक्टरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी फाइलेरिया उन्मूलन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। डॉ0 सुभाष चन्द शर्मा ने कहा कि लसीका फाइलेरिया पूरी तरह से रोकी जा सकने वाली बीमारी है। यदि सभी लोग सरकार द्वारा दी जा रही मुफ्त दवा का सेवन करें और बचाव के तरीकों को अपनाएं, तो हम इस बीमारी को जड़ से खत्म कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षकों व छात्र-छात्राओं से अपील की कि वे अपने परिवार और समुदाय में इस संदेश को फैलाएं, ताकि हर कोई सुरक्षित और स्वस्थ रह सके।
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक डा0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ ने कहा कि इस प्रकार के अभियानों के माध्यम से छात्रों एवं शिक्षकों को जागरूक किया जाना नितान्त आवश्यक है, जिससे इस प्रकार के गम्भीर रोगों से बचाव में सहायक होगा। श्री राम ग्रुप ऑफ कोलेजेज के निदेशक डॉ0 एसएन चौहान ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा दी गई जानकारी को स्वयं तक ही सीमित न रखकर समाज में इसका प्रचार प्रसार करने का आग्रह किया, जिससे अधिक से अधिक लोग इससे लाभान्वित हो सकें। कार्यक्रम में संचालक इं0 रुचि राय एवं इं0 निशु भारद्वाज का विशेष योगदान रहा। इसके साथ-साथ डॉ0 अंजू त्यागी, पिंकी पाल, इं0 इन्दु चौहान, इं0 जीविका वत्स एवं इं0 अभिषेक कुमार आदि का सराहनीय योगदान रहा।