शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। आज एसडी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज में आईक्यूएसी (आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ) सेल के तत्वावधान में ग्रीन मार्केटिंग विषय पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप मित्तल, बीबीए विभागाध्यक्ष प्रो. राजीव पाल सिंह सहित सभी संकाय सदस्य और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप मित्तल ने ग्रीन मार्केटिंग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह न केवल व्यापार की नई रणनीति है, बल्कि पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। उन्होंने बताया कि ग्रीन मार्केटिंग के तहत ऐसे उत्पादों का उत्पादन और विपणन किया जाता है, जो पर्यावरण को कम से कम नुकसान पहुंचाते हैं और उपभोक्ताओं को एक स्वस्थ एवं टिकाऊ जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में उपभोक्ता अधिक जागरूक हो गए हैं और वे ऐसे उत्पादों को प्राथमिकता दे रहे हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल हों, इसलिए कंपनियों के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वे अपनी व्यापारिक नीतियों में ग्रीन मार्केटिंग को अपनाएं और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपने स्तर पर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रीन मार्केटिंग सिर्फ एक व्यापारिकअवधारणा नहीं, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है, जिसे सभी को अपनाना चाहिए।
बीबीए विभागाध्यक्ष प्रो. राजीव पाल सिंह ने ग्रीनमार्केटिंग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुए कहा कि ग्रीन मार्केटिंग में केवल उत्पाद ही नहीं, बल्कि उत्पादन प्रक्रिया, पैकेजिंग, वितरण और उपभोक्ता उपयोग के सभी चरणों में पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखा जाता है। उन्होंने बताया कि कई बड़े ब्रांड्स ने पहले ही ग्रीन मार्केटिंग की अवधारणा को अपनाना शुरू कर दिया है और इससे न केवल उनकी ब्रांड वैल्यू बढ़ी है, बल्कि ग्राहकों का विश्वास भी मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कई कंपनियां ग्रीन प्रोडक्ट्स के माध्यम से उपभोक्ताओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। सौर ऊर्जा आधारित उपकरण, जैव अपघटनीय पैकेजिंग, पुनर्नवीनीकरण सामग्री से बने उत्पाद और न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन वाली उत्पादन प्रक्रियाएँ ग्रीन मार्केटिंग का हिस्सा हैं। कार्यक्रम में छात्रों ने भी ग्रीन मार्केटिंग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कार्यक्रम का समापन विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ हुआ।