शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। व्यवहारिक रोजगार परक एवं कौशल विकास केंद्रीत उच्च शिक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के उददेश्य से श्रीराम कॉलेज के सभागार में ‘‘गुणवत्ता पूर्ण उच्च शैक्षिक संस्थानों की स्वायत्ता एवं रैंकिग‘‘ विषय पर चल रही सात दिवसीय कार्यशाला के तीसरे दिन मुख्य वक्ता के रूप में डा0 अशोक कुमार, निदेशक श्रीराम कॉलेज रहे तथा विशिष्ट अतिथियों में डा एसएन चौहान, निदेशक श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज, एकीकृत परिसर, डा प्रेरणा मित्तल, प्राचार्या श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, डा आरपी ंिसह, निदेशक रिर्सच, डा गिरेन्द्र गौतम, निदेशक श्रीराम कॉलेज आफ फार्मेसी, डा मनोज धीमान, निदेशक ललित कला विभाग, डा विनीत कुमार शर्मा, डीन एकेडमिक्स, श्रीराम कॉलेज, मुजफ्फरनगर, ड0 सौरभ मित्तल, डीन मैनेजमेंट आदि उपस्थित रहे। कार्यशाला का शुभारंभ अतिथियों का स्वागत, व दीप प्रज्जवलन से हुआ।
कार्यशाला के तीसरे दिन मुख्यवक्ता डा अशोक कुमार, निदेशक श्रीराम कॉलेज का विषय ’’शैक्षिक संस्थानों में परीक्षा प्रणाली की निष्पकक्षता एवं पारदर्शिता’’ रहा। उन्होंने अपने विषय पर बोलते हुये कहा कि भारत की शिक्षा प्रणाली विषय की समझ की अपेक्षा प्रतिस्पर्धा को प्राथमिकता देती है, जिससे वास्तविक समझ के स्थान पर रटने की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। प्रवेश परीक्षाओं से जुड़े उच्च संस्थान छात्रों पर काफी दबाव डालते हैं, जिससे कभी-कभी चिंता और तनाव संबंधी समस्याएं पैदा हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि आधुनिक परीक्षा प्रणाली छात्रों की पाठ्यक्रम की समझ का मूल्यांकन करने के लिए एक मानकीकृत पद्धति प्रदान करती है। इससे शिक्षा प्रणाली में एकरूपता बनाए रखने में मदद मिलती है और निष्पक्ष मूल्यांकन सुनिश्चित होता है। उन्होंने कहा कि परीक्षायें ही एकमात्र तरीका है जिससे विद्यार्थी की शिक्षा के स्तर का अनुमान लगाया जा सकता है और यह पता लग जाता है की विद्यार्थी अपनी आगे की पढ़ाई के लिए तैयार है या नहीं। यदि परीक्षाएं किताबी शिक्षा पर ही आधारित हो तो छात्रों के कौशल और ज्ञान की जांच करना वास्तव में मुश्किल होगा। उन्होंने कहा कि परीक्षा और मूल्यांकन नीतियां शिक्षा के लिए ज़रूरी हैं, जो छात्रों की प्रगति का आकलन करती हैं और सीखने की प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती हैं.।उन्होंने कहा कि सत्यनिष्ठा तथा निष्पक्षता के मानकों को बनाए रखने के लिये उच्च शिक्षण संस्थानो में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व की संस्कृति को बढ़ावा देने और शुचिता को बनाना आवश्यक है। कार्यशाला में श्रीराम कॉलेज के सभी विभाग के विभागध्यक्ष व शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। इस अवसर पर डा प्रेरणा मित्तल, प्राचार्या श्रीराम कॉलेज के द्धारा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। कार्यशाला का सफल संचालन शालीनि मिश्रा के द्वारा किया गया। श्रीराम कॉलेज की प्राचार्य डॉ0 प्रेरणा मित्तल, डीन, कम्प्यूटर ,एप्लीकेशन, निशांत कुमार राठी, कम्प्यूटर एप्लीकेशन विभाग की विभागाध्यक्षा नीतू सिंह, डीन एकेडमिक डा सौरभ मित्तल, पत्रारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष रवि गौतम, बीबीए विभाग के विभागाध्यक्ष विवेक कुमार, शारीरिक शिक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष प्रमोद कुमार, वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष डा अशफाक अली, बेसिक साइंस की विभागाध्यक्षा डा पूजा तोमर, गृह विज्ञान विभाग की डीन श्वेता राठी, बायोसाइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डा विपिन कुमार सैनी एवं श्रीराम कॉलेज के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाऐं उपस्थित रही।