अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एसडी कालेज ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज में डिजाइन थिंकिंग विषय पर कार्यशाला एवं पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी काॅलेज ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज में एमबीए व एमसीए एवं डीएलएड विभाग के प्रांगण में इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल, एसडीसीएमएस द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2025 के उपलक्ष में डिजाइन थिंकिंग विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला एवं पोस्टर मेकिंग का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ काॅलेज प्राचार्य डा0 आलोक कुमार गुप्ता व प्राचार्य बबली तोमर ने माॅ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वल्लित करके किया। 

काॅलेज प्राचार्य डा0 आलोक कुमार गुप्ता ने कहा कि मनु स्मृति में स्पष्ट उल्लेख है कि जहाँ स्त्रियों का सम्मान होता है, वहाँ देवता रमण करते हैं। उन्होंने कहा कि वैसे तो नारी को पूरे विश्व में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है, किंतु भारतीय संस्कृति एवं परम्परा में देखे तो स्त्री का विशेष स्थान सदियों से रहा है। डीएलएड प्राचार्य बबली तोमर ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो महिलाओं द्वारा हासिल की गई सभी अद्भूत चीजों का जश्न मनाता है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से महिलाओं को वोट देने, काम करने और कई अन्य चीजों के अधिकार से भी वंचित रखा गया है। इन चीजों के खिलाफ लड़ने वाली प्रतिभाशाली महिलाओं के कारण, अब हमारे आसपास की दुनिया में महिलाओं की बहुत अधिक भूमिका है, लेकिन अभी भी ऐसे मुद्दे है, जिनका महिलाओं को अतीत में सामना करना पड़ा था और आज भी सामना करना पड़ता है।

इन्क्यूबेशन सेंटर के इन्चार्ज मुकुल जैन ने बताया कि डिजाइन थिंकिंग एक गैर-रेखीय, पुनरावृत्तीय प्रक्रिया है, जिसका उपयोग टीमें उपयोगकर्ताओं को समझने, मान्यताओं को चुनौती देने, समस्याओं को फिर से परिभाषित करने और प्रोटोटाइप और परीक्षण के लिए अभिनव समाधान बनाने के लिए करती है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को उनके अधिकार, स्वतत्रता और आत्मनिर्भरता प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, आर्थिक स्वतंत्रता और कानूनों में सुधार के माध्यम से नारी सशक्तिकरण को प्रोत्साहित किया जा सकता है। 


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