प्रदेश में 10 हजार पर्यावरण सखियों को प्रशिक्षित करेगी सरकार, हर मण्डल में स्थापित होगी सोलर प्रोडक्ट मैन्युफैक्चरिंग यूनिट

शि.वा.ब्यूरो, लखनऊ। मिशन निदेशक दीपा रंजन ने बताया कि अगले तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश को सौर ऊर्जा और महिला सशक्तीकरण का केंद्र बनाने का एक विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इस रणनीति के तहत हर मंडल में सौर उत्पाद निर्माण इकाइयों की स्थापना है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 18 मंडलों को कवर करते हुए इन इकाइयों के माध्यम से 540 महिलाओं को सीधे रोजगार प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये इकाइयां सौर पैनल, बैटरी, और अन्य अत्याधुनिक उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित होंगी, जो न केवल स्थानीय जरूरतों को पूरा करेंगी, बल्कि बाजार में भी अपनी पहचान बनाएंगी।

मिशन निदेशक ने बताया कि सरकार 826 विकास खंडों में 3,304 सौर शॉप्स की स्थापना करने जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकास खंड में औसतन चार शॉप्स खोले जाएंगे, जो सौर लालटेन, चार्जर और छोटे घरेलू उपकरणों की बिक्री और मरम्मत के लिए हब के रूप में काम करेंगी। उन्होंने कहा कि इससे 3,304 महिलाएं इन शॉप्स का संचालन कर आर्थिक रूप से सशक्त होंगी, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में सौर ऊर्जा का प्रसार तेज होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 20,000 विकेंद्रीकृत सौर उत्पादों जैसे सोलर फूड प्रोसेसिंग मशीन, सोलर ड्रायर, और सोलर डीफ्रीजर की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन उत्पादों से 20,000 महिलाओं को उद्यमिता का मौका मिलेगा, जो उन्हें छोटे व्यवसाय शुरू करने और स्थानीय स्तर पर आय सृजन में सक्षम बनाएगा। उन्होंने कहा कि ये उत्पाद खाद्य संरक्षण और ऊर्जा संचयन में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 57,702 ग्राम पंचायतों में 57,702 ‘सूर्य सखियों की तैनाती है। उन्होंने कहा कि अब हर ग्राम पंचायत में एक सूर्य सखी होगी, जो सौर ऊर्जा उत्पादों के उपयोग, रखरखाव, और जागरूकता फैलाने की जिम्मेदारी लेगी।

दीपा रंजन ने बताया कि प्रदेश में अगले तीन साल में 10,000 पर्यावरण सखियों का प्रशिक्षण देकर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये सखियां क्लीन कुकिंग समाधानों जैसे, सौर चूल्हे और बायो-गैस सिस्टम को बढ़ावा देंगी, जो धुएं से मुक्त रसोई और स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने बताया कि इससे घरेलू प्रदूषण कम होगा, महिलाओं और बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर होगा, और ग्रामीण जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आएगा। उन्होंने बताया कि इन सभी योजनाओं के जरिए योगी सरकार प्रदेश की एक लाख महिलाओं को सौर ऊर्जा के साथ जोड़ेगी, जो न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि प्रदेश को में हरित ऊर्जा और महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देगी, जो प्रदेश के लिए एक मॉडल बनेगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post