जवाबी शुल्क नीति से घबराए बगैर अमेरिकी खरीदार भी इंडिया एक्सपो. में पहुंच रहे है सहारनपुर के निर्यातक

गौरव सिंघल, सहारनपुर। यहां के लकड़ी के हस्तशिल्प उत्पादों के प्रमुख निर्यातकों रामजी सुनेजा एवं मोहम्मद असलम सैफी ने कहा कि अमेरिका की जवाबी शुल्क नीति की घोषणा का वहां के बड़े एवं मझौले खरीदारों पर कोई विपरीत असर नहीं हुआ है। अमेरिका, जर्मनी, यूरोप और खाडी के देशों के खरीदार 16 अप्रैल से 19 अप्रैल तक ग्रेटर नोएडा में लगने वाले भारतीय हस्त शिल्प एवं उपहार मेले में पहुंच रहे है। अमेरिका को अपने उत्पादों का बड़े स्तर पर एक्सपोर्ट करने वाले रोनन अरशद फर्म के स्वामी मोहम्मद असलम ने बताया कि उनके संपर्क के सभी अमेरिकी खरीदार मेले में आ रहे है। असलम सैफी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दखल के बाद अमेरिका ने अपनी जवाब शुल्क नीति को फिलहाल 90 दिनों के लिए रोक दिया है। इससे भारतीय एक्सपोर्टस पर मंडरा रहा खतरा फिलहाल टल गया है। आईआईए (इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं (हैंडीक्राफ्टस सहारनपुर) के निदेशक रामजी सुनेजा ने बताया कि सहारनपुर की 20 प्रमुख निर्यातक फर्म के 40 प्रतिनिधि 59 वें भारतीय हस्तशिल्प एवं उपहार मेले ग्रेटर नोएडा पहुंच गये है। सहारनपुर के लकड़ी के फर्नीचर, घरेलू सामान, लैंप, प्रकाश व्यवस्था, रसोई एवं होटल में इस्तेमाल होने वाले उत्कृष्ट उत्पादों की पूरे विश्व में जबरदस्त मांग है।

भारतीय हस्तशिल्प एवं उपहार मेले का प्रबंध हस्तशिल्प-निर्यात संवर्धन परिषद करती है। अबकी तीन हजार भारतीय प्रदर्शक अपने उत्कृष्ट उत्पादों के साथ इस मेले में भाग ले रहे है। 16 अप्रैल से शुरू होकर अबकी चार दिवसीय यह प्रमुख मेला 19 अप्रैल तक ही चलेगा। इस बार एक दिन कम कर दिया गया है। वरना यह पांच दिनों तक चलता था। सहारनपुर के प्रमुख निर्यातक मोहम्मद असलम सैफी ने बताया कि विदेशी खरीदारों में अबकी उत्साह दिखने से निर्यात में वृद्धि होने के मजबूत संकेत मिल रहे है। इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहारनपुर की शीर्ष वरीयता देने और प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक स्तर पर बढ़ती लोकप्रियता का बहुत योगदान है। सहारनपुर के उद्यमी खासकर निर्यातक मंदी की मार से तेजी के साथ उबर रहे है।

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